Dhanteras 2021: दिवाली से पहले धनतेरस का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. इस दिन भगवान धनवंतरी (Bhagwan Dhanvantri) की पूजा की जाती है. इसके साथ ही लक्ष्मी जी (Maa Lakshmi Puja On Dhanteras) और कुबेर देवता की पूजा (Kuber Devta Puja) की पूजा की जाती है. 


धनतेरस पर खरीदारी (Dhanteras Shopping Time 2021)
धनतेरस पर नई चीजों को खरीद कर लाने की भी परंपरा है. इस दिन को शॉपिंग के लिए उत्तम माना गया है. शुभ मुहूर्त में की जाने वाली खरीदारी लाभकारी मानी गई है. इसलिए इस दिन जो भी खरीदारी करें, शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखें.


दीपदान
धनतेरस के दिनदक्षिण दिशा में दीपदान करना शुभ माना गया है. इस दिन यम के नाम का दीपक जलाते हैं. मान्यता है कि दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है. 


धनतेरस पूजा सामग्री



  • कपूर 

  • केसर 

  • यज्ञोपवीत 

  • कुमकुम 

  • चावल 

  • अबीर- गुलाल

  • हल्दी 

  • मेहंदी

  • चूड़ी 

  • काजल 

  • पायजेब 

  • बिछुड़ी

  • रुई 

  • रोली 

  • सिंदूर 

  • सुपारी 

  • पान का पत्ता

  • पुष्पमाला

  • कमलगट्टे

  • धनिया खड़ा

  • सप्तमृत्तिका

  • सप्तधान्य 

  • कुशा 

  • दूर्वा 

  • पंच मेवा

  • गंगाजल

  • शहद

  • शक्कर

  • शुद्ध घी

  • दही 

  • दूध 

  • फल

  • नैवेद्य या मिष्ठान्न 

  • इलायची (छोटी)

  • लौंग 

  • मौली 

  • इत्र

  • तुलसी

  • चौकी

  • आसन

  • पंच पल्लव (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)

  • औषधि 

  • चांदी सिक्का

  • वस्त्र 

  • सफेद कपड़ा 

  • लाल कपड़ा

  • दीपक

  • श्रीफल (नारियल) 

  • धान्य (चावल, गेहूं)

  • लेखनी (कलम)

  • हल्दी की गांठ आदि.


धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त (Dhanteras Shopping Time 2021)
धनतेरस पर सुबह 11 बजकर 30 मिनट से आप खरीदारी कर सकते हैं. सोने चांदी के आभूषण खरीदने के लिए शाम 6 बजकर 17 मिनट से 8 बजकर 12 मिनट तक का शुभ मुहूर्त है.  कोशिश करें कि धनतेरस के दिन राहुकाल में शॉपिंग भूलकर भी न करें. और अगर आप घर के लिए बर्तन आदि खरीदने की सोच रहे हैं, तो शाम 7 बजकर 15 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक बर्तनों की शॉपिंग कर सकते हैं. 


आज का राहु काल (Aaj Ka Rahu Kaal)
पंचांग के अनुसार धनतेरस पर दोपहर 2 बजकर 50 मिनट से 04 बजकर 12 मिनट तक का समय राहुकाल का रहेगा. राहु काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.


धनतेरस पूजा मुहूर्त (Dhanteras Puja Muhurat)
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 11 मिनट तक है. 


यम दीपक मुहूर्त
यम के नाम का दीपक शाम 05:35 बजे से 06:53 बजे तक का है. 


धनतेरस पूजा विधि (Dhanteras Puja Vidhi)



  • धनतेरस की पूजा आरंभ करने से पहले लाल कपड़ा बिछाकर मुट्ठी भर अनाज रखें. अनाज पर चांदी, तांबा या मिट्टी का कलश स्थापित करें. 

  • कलश में तीन चौथाई पानी भरकर थोड़ा सा गंगाजल मिला लें. 

  • कलश में फूल, अक्षत, सिक्का और सुपारी डालें. ऊपर पांच आम के पत्ते लगाएं. इनके ऊपर धातु के बर्तन में धान भरकर रखें. 

  • धान पर हल्दी से कमल फूल बनाएं और मां लक्ष्मी को बैठाकर आगे कुछ सिक्के रख दें. 

  • कलश के सामने दक्षिण-पूर्व दिशा में दाईं ओर गणेशजी की मूर्ति रखें. 

  • आप जो भी काम करते हैं, उससे संबंधित सामान या साधन पूजा स्थल पर रख दें.

  • पूजा शुरू करते हुए पानी हल्‍दी और कुमकुम अर्पित कर नीचे दिए गए मंत्र का उच्‍चारण करें 

  • हाथों में फूल ले आंख बंद करें, मां लक्ष्‍मी का ध्‍यान कर फूल चढ़ाए.

  • गहरे बर्तन या थाली में लक्ष्‍मी प्रतिमा को पंचामृत (दही, दूध, शहद, घी और चीनी मिश्रण) से स्‍नान कराएं. इसके बाद पानी में आभूषण या मोती डालकर स्‍नान कराएं. 

  • प्रतिमा को पोंछकर कलश के ऊपर बर्तन में रख दें. चाहें तो सिर्फ पंचामृत और पानी छिड़ककर भी स्‍नान करा सकते हैं. 

  • अब मां लक्ष्‍मी की प्रतिमा को चंदन, केसर, इत्र, हल्‍दी, कुमकुम, अबीर और गुलाल अर्पित करें. 

  • मां की प्रतिमा पर फूलों का हार चढ़ाएं. बेल पत्र और, गेंदा फूल अर्पित कर धूप जलाएं. 

  • अब मिठाई, नारियल, फल, खीले-बताशे अर्पित करें. 

  • प्रतिमा पर धनिया और जीरे के बीज छिड़कें. 

  • आप घर में जिस जगह पैसे, जेवर रखते हैं वहां पूजा कर मां लक्ष्‍मी का एकाग्र ध्यान करते हुए आरती उतार लें.


इन मंत्रों का जाप करें (Dhanteras Mantra)
ॐ  श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलिए प्रसीद-प्रसीद 
ॐ  श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मिये नम:


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