Dhanteras 2022: धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय जरूर ध्यान रखें ये बातें
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की नई मूर्ति खरीदना बेहद शुभ होता है. अगर आप मूर्ति खरीदने जा रहे हैं तो इन बातों का ख्याल रखें.
Dhanteras 2022 : आज धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दिवाली महापर्व का प्रारंभ हो गया. धनतेरस का पर्व आज बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. मान्यता है कि धनतेरस और दिवाली के पर्व पर मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा करने से भक्तों को विशेष कृपा प्राप्त होती है और उनके भाग्य खुल जाते हैं. इस लिए लोग धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति खरीदकर घर लाते हैं और उनकी पूजा करते हैं. यदि आप लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदने जा रहें है तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें.
लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
मूर्ति बैठी मुद्रा में हो : मां लक्ष्मी और भगवान श्रीगणेश जी उस मूर्ति को खरीदना चाहिए जो बैठी मुद्रा में नजर आ रही हो. खड़ी मुद्रा में मूर्ति लाना अशुभ माना जाता है. इस लिए ऐसी मूर्ति को खरीदकर घर न लायें.
बायीं ओर हो गणेश जी की सूंड : गणेशजी की मूर्ति खरीदते समय उनकी सूंड को विशेष रूप से चेक करें. जिस मूर्ति में उनकी सूंड बांयी ओर झुकी हो. गणेशी जी की उसी मूर्ति को लेनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसी मूर्ति की पूजा करने से भगवान गणेश जी जल्द प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि सूंड़ में दो घुमाव न हो.
कमल पर विराजमान हो : मां लक्ष्मी कमल में विराजमान हों और उनके हाथ वर मुद्रा में हो तथा वे धनवर्षा कर रहीं हो. ऐसी मूर्ति को खरीदना बेहद शुभ होता है. इसे घर लाने और इनकी नियमित पूजा करने से घर –परिवार में सुख समृद्धि आती है.
गणेश मूर्ति में मूषक जरूर होना चाहिए : भगवान गणेश की मूर्ति खरीदते समय उनकी सवारी मूषक यानी चूहा का ध्यान जरूर रखना चाहिए. मूर्ति में मूषक का ना होना दोष पूर्ण माना जाता है. मूषक पर सवार गणेश जी की मूर्ति शुभ मानी जाती है.
एक साथ जुड़ी मूर्ति न खरीदे : भगवान गणेश और लक्ष्मी जी अलग अलग मूर्ति खरीदना चाहिए.
यह भी पढ़ें
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.