Diwali 2021: दिवाली पर जानें 'लक्ष्मी पूजन' का सही समय, लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए इन आसान मंत्रों का करें जाप
Diwali 2021 Lakshmi Pujan: दशहरा के पर्व 15 अक्टूबर 2021 को मनाया जाएगा. दशहरा के पर्व से 20 दिन बाद दिवाली (Diwali 2021) का पर्व मनाया जाता है. दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का समय क्या है? जानते हैं.
Diwali 2021 Lakshmi Pujan: दिवाली की तैयारियां आरंभ हो गई हैं. दिवाली पर लक्ष्मी जी की विशेष पूजा की जाती है. शास्त्रों में लक्ष्मी जी को धन की देवी माना गया है. लक्ष्मी जी की कृपा से जीवन में सुख- समृद्धि और वैभव प्राप्त होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लक्ष्मी पूजन के लिए दिवाली का दिन सबसे उत्तम माना गया है. दिवाली पर विधि पूर्वक लक्ष्मी जी की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है. इस वर्ष यानि 2021 में दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का विशेष संयोग बन रहा है.
दशहरा के बाद कब है दिवाली (Dussehra and Diwali 2021)
दशहरा का पर्व आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. दशहरा के पर्व के 20 दिन बाद दिवाली का पर्व मनाए जाने की परंपरा है. पंचांग के अनुसार 15 अक्टूबर 2021 को दशहरा है. वहीं दिवाली का पर्व 4 नवंबर 2021 को मनाया जाएगा.
दिवाली 2021 (Diwali 2021 Date)
हिंदू कैंलेडर के अनुसार दिवाली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष दिवाली का पर्व गुरुवार के दिन मनाया जाएगा. इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि 4 नवंबर को पड़ रही है.
दिवाली, शुभ मुहूर्त (Diwali 2021)
दिवाली: 4 नवंबर, 2021, गुरुवार
अमावस्या तिथि प्रारम्भ: नवंबर 04, 2021 को प्रात: 06:03 बजे से.
अमावस्या तिथि समाप्त: नवंबर 05, 2021 को प्रात: 02:44 बजे तक.
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त (Lakshmi Puja 2021 Date)
शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात्रि 08 बजकर 20 मिनट
अवधि: 1 घंटे 55 मिनट
प्रदोष काल: 17:34:09 से 20:10:27 तक
वृषभ काल: 18:10:29 से 20:06:20 तक
लक्ष्मी पूजन मंत्र (Lakshmi Puja 2021,Lakshmi Mantra)
दिवाली पर लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्र बताए गए है. शुभ मुहूर्त में विधि पूर्वक इन मंत्रों का जाप करने से धन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है और सुख शांति में वृद्धि होती है. इन मंत्रों के साथ दिवाली पर लक्ष्मी जी की पूजा करें-
- ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
- ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।
- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
- पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्।
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