Grahan Yoga In Taurus: वृषभ राशि वालों को लिए आने वाले तीन दिन विशेष है. इन तीन दिनों में वृषभ राशि वालों को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. वृषभ राशि के लिए आने 3 दिन इसलिए शुभ नहीं हैं, क्योंकि आपकी राशि में ग्रहण योग का निर्माण होने जा रहा है. ये ग्रहण योग क्या होता ? और ये कैसे बनता है? इस बारे में आइए जानते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण योग
ग्रहण योग, पाप ग्रह राहु और केतु से बनता है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी भी जन्म कुंडली के 12 भावों में से किसी भी भाव में सूर्य और चंद्रमा के साथ राहु या केतु में से कोई भी एक पाप ग्रह विराजमान हो तो 'ग्रहण योग' बनता है. जिस भाव में यह ग्रहण योग बनता है, उस भाव से संबंधित परिणामों पर बुरा प्रभाव डालता है. ज्योतिष शास्त्र में इसे अत्यंत अशुभ योगों में से एक माना गया है.
वृषभ राशि में चंद्रमा का गोचर
पंचांग के अनुसार 23 अक्टूबर 2021, शनिवार को प्रात: 01 बजकर 39 मिनट पर चंद्रमा वृषभ राशि में प्रवेश करेगा. जहां पर राहु पहले से ही विराजमान है. राहु के साथ चंद्रमा की युति से ग्रहण योग बनेगा. वृषभ राशि में ग्रहण योग बनने के साथ ही कन्या, तुला, वृश्चिक राशि वालों को भी सावधानी बरतनी होगी. वृषभ राशि में 25 अक्टूबर 2021, सोमवार को दोपहर 2 बजकर 37 मिनट पर ग्रहण योग का समापन होगा.
'ग्रहण योग' में इन कार्यों को न करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के दौरान वाद-विवाद की स्थिति से बचना चाहिए. ग्रहण योग के दौरान मानसिक तनाव और अज्ञात भय की स्थिति भी बनती है. इससे बचने का प्रयास करना चाहिए. इसके साथ ही धन संबंधी मामलों में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. काफी सोच विचार के बाद ही निर्णय लेना चाहिए. ग्रहण योग में भगवान का स्मरण करना चाहिए. पूजा-पाठ और दान आदि का कार्य करने से भी ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है. ग्रहण योग से बचने के लिए व्यक्ति को अच्छी आदतों को अपनाना चाहिए नशा, गलत संगत आदि से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए. भगवान शिव की पूजा से लाभ मिलता है.