नई दिल्ली: अक्सर लोग अपने काम पूरे करने के लिए भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं. कुछ लोग भगवान से अपनी मनोकामनाएं पूरी होने के लिए दुआएं मांगते हैं. अगर आप भी अपने काम पूरे करना चाहते हैं तो हनुमानजी को खुश करें. आज गुरूजी पवन सिन्हा बता रहे हैं कैसे आप हनुमानजी को खुश कर अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं.
क्या है हनुमानजी से जुड़े रहस्य -
रावण को खत्म करने में हनुमान जी की बड़ी भूमिका थी. भगवान हनुमान निथरडल जाति के मनुष्य थे. निथरडल जाति के लोग वन में निवास करते थे. भगवान हनुमान को बंदर कहना गलता होगा. भगवान हनुमान सुमेरु-पर्वत के वानरराज केसरी और माता अंजना के पुत्र हैं. माता अंजना अत्यंत तेजस्वी और धर्मात्मा स्त्री थीं. मां अंजना योग विद्या में बेहद कुशल थीं. मां अंजना ने योग साधना से वायु की सिद्धि प्राप्त की थी. मां अंजना में वायु की समस्त शक्तियां विद्यमान थीं.गवान हनुमान को इसलिए वायुपुत्र भी कहा जाता है
भगवान हनुमान शिव का 11वां अवतार-
हनुमान जी अत्यंत तेजस्वी, विद्वान और गतिमान हैं. हनुमान जी ने भगवान शिव और इंद्र की पूजा की. हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार भी माना जाता है.
हनुमानजी से जुडी कथा-
जन्म के समय से ही हनुमानजी अद्भुत बालक थे. बालकाल के दौरान सूर्य को फल समझकर खाने के लिए हनुमान ने लंबी छलांग लगा दी. इस दौरान भगवान हनुमान किसी ग्रह से टकराकर नीचे गिर पड़े. गिरने के कारण ठुड्ढी में चोट आ गई और थोड़ी टेढ़ी हो गई. अचेत होने कारण सारे देवी-देवता परेशान हो गए थे. हनु पर चोट लगने के कारण इनका नाम हनुमान पड़ गया था. हनुमान जी द्वारा सूर्य को निगलने वाली बातें महज अफवाह है. गिरने के बाद हनुमान जी के स्मरण शक्ति पर असर पड़ा था. बचपन में चंचल हनुमान की हरकत से कई ऋषि उनसे नाराज हो गए थे. नाराज ऋषियों ने हनुमान को ताकत भूलने का श्राप दिया था. याद दिलाने के बाद भगवान हनुमान को अपनी शक्तियों के बारे में पता चला था.
हनुमानजी की आठ सिद्धियां-
- हनुमानजी की आठ सिद्धियां हैं.
- अड़िमा में आप खुद को छोटा कर सकते हैं.
- महिमा से आप शरीर को बड़ा कर सकते हैं.
- लघिमा में शरीर को हल्का किया जाता है.
- साधना से हवा में लंबी कूद का अभ्यास हो सकता है.
- गरिमा से आप शरीर को जमीन पर जमा सकते हैं.
- प्राप्ति की सिद्धि से तीनों कालों का दर्शन किया जा सकता है.
- पराकम्य से समाधि अवस्था में रहने की क्षमता हासिल की जा सकती है.
- वशीत्म से लोगों के प्रभावित किया जा सकता है.
- ईशीत्म से साधक ईश्वर के तुल्य हो जाता है.
- ईशीत्म से मरते लोगों को जिंदगी दी जा सकती है.
ऐसे हनुमानजी बनाएंगे सारे काम-
अपने काम बनाने के लिए आज आपको हनुमान जी की पूजा करनी है. शाम के 6 बजे तक पूजा का मूहुर्त है. रात में हनुमान की पूजा से विशेष लाभ होगा. 11 हनुमान चालीसा पढ़ने का व्रत लें या सुंदर कांड का पाठ करें. ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् का 21 माला से जप करें. हनुमान जी की पूजा से शत्रु शांत होते हैं और तरक्की होती है
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