Garuda Purana, Lord Vishnu Niti: गरुड़ पुराण ग्रंथ सनातन हिंदू धर्म का ऐसा ग्रंथ है, जिसमें पाप-पुण्य, स्वर्ग-नरक और नीति-नियम समेत जीवन-मृत्यु से जुड़े विशेष पहलुओं के बारे में बतलाया गया है. आमतौर पर इस ग्रंथ का पाठ पूरे 13 दिनों तक घर पर किसी परिजन के मृत्यु पश्चात कराया जाता है.


मृत्यु अटल सत्य है. इसलिए कहा जाता है कि संसार में जिस प्राणी का जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है. लेकिन मौत अचानक नहीं आती है. बल्कि मृत्यु से पहले मरने वाले व्यक्ति को ईश्वर द्वारा कुछ संकेत मिलते हैं. इसके बारे में गरुड़ पुराण में बताया गया है. जानते हैं गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु से पहले दिखाई देने वाले संकेतों के बारे में.



मृत्यु से पहले व्यक्ति को दिखते ये 5 संकेत



  • जीवनभर के कर्म दिखने लगते हैं: गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु अपने वाहन पक्षीराज गरुड़ से कहते हैं कि, जब किसी व्यक्ति की मृत्यु नजदीक होती है तो उसे जीवनभर के कर्म दिखाई पड़ने लगते हैं. वह जीवनभर अपने द्वारा किए अच्छे और बुरे सभी कामों को याद करने लगता है और अपने परिवार वालों को भी इसके बारे में बताता है.

  • यमराज के यमदूज नजर आते हैं: गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, जब किसी कि मृत्यु नजदीक होती है तो व्यक्ति को यमराज के यमदूत भी नजर आने लगते हैं और व्यक्ति डर जाता है. उसे अपने आप-पास किसी तरह की नकारात्मक शक्ति होने का अहसास होने लगता है.

  • दिखते हैं रहस्मयी द्वार: मौत से पहले व्यक्ति को रहस्यमयी द्वार नजर आता है. कुछ लोगों को ऐसे द्वार में आग की लपटें भी नजर आती हैं.

  • पूर्वज नजर आते हैं: मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति को सपने में पूर्वज भी दिखाई पड़ते हैं. उन्हें पूर्वज दुखी और रोते हुए नजर आते हैं. इसलिए ऐसे सपने का संकेत होता है कि मृत्यु नजदीक है.

  • हथेली की रेखा पड़ जाती है फीकी: गरुड़ पुराण में कहा गया है कि मृत्यु से पहले व्यक्ति के हाथों की लकीरें भी हल्की पड़ जाती है. यानी कि रेखाई दिखाई नहीं देती हैं.


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