Garuda Purana: व्यक्ति को 1 घंटा पहले चल जाता है पता कि होने वाली है मौत, मिलते हैं ये 5 संकेत
Garuda Purana: कहा जाता है कि, मृत्यु कब और कैसे आ जाए किसी को इस बारे में पता नहीं है. लेकिन गरुड़ पुराण के अनुसार हर व्यक्ति को उसकी मृत्यु से पहले कुछ संकेत जरूर मिलते हैं.
Garuda Purana Lod Vishnu Niti in Hidni: गरुड़ पुराण को हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में एक माना गया है. यह वैष्णव संप्रदाय से संबंधित ग्रंथ है. गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा मृत्यु और मृत्यु के बाद से जुड़ी घटनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है.
मृत्यु को लेकर ऐसा कहा जाता है कि, यह ऐसा अटल सत्य है, जिसे किसी के द्वारा टाला नहीं जा सकता है. साथ ही किसकी मृत्यु कब और कैसे होगी यह भी ईश्वर के अलावा कोई नहीं जानता है. लेकिन गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु आने से पहले व्यक्ति को कुछ संकेत मिलने शुरू हो जाते हैं.
क्यों मिलते हैं मृत्यु के पहले संकेत
जिस व्यक्ति की मृत्यु होनी है, उसे मृत्यु के कुछ समय पहले कुछ संकेत मिलने लगते हैं. ये संकेत इसलिए मिलते हैं क्योंकि मृतक मृत्यु के पहले अपने परिजनों व मित्रों से मिल सके और उनसे बात कर सके. अगर उसकी कोई इच्छा या काम अधूरा रह गया हो तो उसे भी वह किसी को बता सके. इसलिए व्यक्ति को मृत्यु से पहले ये संकेत मिलते हैं.
मृत्यु से पहले मिलते हैं ये 5 संकेत
- नजर आते हैं पूर्वज: जब किसी की मृत्यु नजदीक होती है तो उसे अपने पूर्वज दिखाई देने लगते हैं. इसके साथ ही उसे अपने आसपास किसी साये के होने का अहसास होने लगता है.
- रहस्यमयी द्वार: गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, मृत्यु के पहले व्यक्ति को एक रहस्यमयी द्वार नजर आने लगता है. तो वहीं कुछ लोगों को इस द्वार में आग की लपटें भी दिखाई देत है तो कुछ को प्रकाश नजर आता है. इन संकेतों के मिलते ही समझ जाए कि मृत्यु का समय निकट है.
- यम के दूज नजर आते हैं: मृत्यु नजदीक होने पर यमराज के दूत नजर आने लगते हैं. ऐसा तब होता है जब मृत्यु में एक पहर का समय शेष रहता है. यमराज के दूज नजर आने पर व्यक्ति को अपने आसपास किसी तरह की नकारात्मक शक्ति होने का अहसास होने लगता है.
- परछाई छोड़ देती है साथ: व्यक्ति का समय निकट आने पर व्यक्ति की परछाई भी उसका साथ छोड़ देती है. उसे पानी, शीशा, घी या तेल में अपनी छाया नजर नहीं आती. जब व्यक्ति को स्वयं अपनी परछाई दिखना बंद हो जाए तो समझ जाएं कि अब जीवन का कुछ समय शेष बचा है.
- याद आते हैं जीवनभर के कर्म: गरुड़ पुराण के अनुसार, जब मृत्यु नजदीक हो तो व्यक्ति को उसके जीवनभर के कर्म याद आने लगता है. खासकर उसे बुरे कर्म ही याद आते हैं. वह अंतिम समय में अपने कर्मों के बारे में परिजनों व मित्रों का बताया है.
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