Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: वैदिक हिंदू धर्म में 18 पुराण और 4 वेदों की चर्चा की गई है. 18 पुराणों में गरुड़ पुराण को महत्वपूर्ण माना गया है. महत्वपूर्ण ग्रंथ होने के कारण इसे महापुराण का दर्जा प्राप्त है.


गरुड़ पुराण के अधिपति स्वयं भगवान विष्णु हैं. आमतौर पर गरुड़ पुराण का पाठ घर-परिवार में ऐसे समय पर कराए जाने की परंपरा है, जब परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है. इसके पीछे ऐसी मान्यता है कि, इस समय घर पर गरुड़ पुराण का पाठ रखने से मृतक की आत्मा को सद्गति की प्राप्ति होती है.


गरुड़ पुराण के नीतिसार खंड में भगवान विष्णु द्वार दैनिक जीवन से जुड़ी नीति-नियमों के बारे में भी बताया गया है, जिसका पालन करने से व्यक्ति चिंताओं से मुक्त होकर सुखी जीवन जीता है. इसलिए गरुड़ पुराण को अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित करने वाला और मोक्ष प्रदान कराने वाला ग्रंथ कहा जाता है. गरुड़ पुराण में ईश्वर के ऐसे नामों की चर्चा की गई है, जिसका नियमित रूप से सुमिरन या जाप करने से आप चिंताओं व समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. आइये जानते हैं इन नामों के बारे में.



  • गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, व्यक्ति को प्रतिदिन ‘हरि’ के नाम का जप करना चाहिए. हरि नाम का जप करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के समस्त कष्ट क्षण भर में दूर हो जाते हैं. साथ ही ऐसे लोगों मरने के बाद श्रीहरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है.

  • गरुड़ पुराण के अनुसार हर व्यक्ति को दिन में कम से कम एक बार भगवान विष्णु दशावतार के नामों का जाप करना चाहिए.

  • गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, व्यक्ति को नियमित रूप से पूजा-पाठ करनी चाहिए और भगवान शिव के नाम का सुमिरन करना चाहिए. जो व्यक्ति शिव के नाम या मंत्रों का जाप करता है वह समस्त चिंताओं से मुक्त होकर सुखी जीवन को भोगता है.

  • पाप कर्मों से मुक्ति के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से ‘नारायण’ नाम का जाप करना चाहिए.


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