Garuda Purana: गरुड पुराण ग्रंथ हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में एक है, जिसका विशेष धार्मिक महत्व होता है. इस ग्रंथ में 271 अध्याय और 18 हजार श्लोक हैं. गरुड़ पुराण में उन सभी प्रश्नों का विस्तारपूर्वक उत्तर मिलता है जो पक्षीराज गरुड़ भगवान विष्णु से पूछते हैं.


गरुड़ पुराण में नीति-नियम, ज्ञान-विज्ञान, धर्म, जीवन-मृत्यु, स्वर्ग-नरक और पुनर्जन्म आदि से जुड़ी बातों का उल्लेख किया गया है. गरुड़ पुराण के पाठ में बताई गई बातों का जो व्यक्ति अपने जीवन में अनुसरण करता है वह सुखी और सफल जीवन व्यतीत करता है.



लेकिन केवल गरुड़ पुराण का पाठ ही नहीं बल्कि जीवन में गरुड़ पक्षी का भी बहुत महत्व होत है. पक्षीराज गरुड़ भगवान विष्णु के प्रिय वाहन हैं. गरुड़ ऐसा पक्षी है, जिसे सबसे तेज उड़ने के कारण जाना जाता है. इसलिए आपको गरुड़ से जुड़े धार्मिक महत्व के बारे में जरूर जानना चाहिए. वास्तुशास्त्र, फेंगशुई और धार्मिक दृष्टिकोण से गरुड़ की मूर्ति को बहुत ही लाभकारी माना गया है. आइये जानते हैं इसके बारे में.


गरुड़ मूर्ति के लाभ



  • नौकरी-प्रमोशन के लिए: नौकरी पेशा से जुड़े लोग प्रमोशन या वेतनवृद्धि आदि के लिए अपने बॉस को गरुड़ की मूर्ति गिफ्ट करें. इससे आपके बॉस या अधिकारी आपसे प्रसन्न होंगे और आपकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होगी.

  • स्टडी रूम में लगाएं गरुड़ की तस्वीर: फेंगशुई के अनुसार विद्यार्थियों को अपने स्टडी रूम में गरुड़ की तस्वीर लगानी चाहिए. इससे पढ़ाई में आपका ध्यान केंद्रित होगा और आप परीक्षा में अच्छे अंकों से सफल होंगे.

  • लक्ष्य प्राप्ति के लिए: घर में गरुड़ पक्षी की तस्वीर या मूर्ति रखने से सकारात्मक विचारों का आगमन होता है और व्यक्ति लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर होता है. अगर आप कामयाब होना चाहते हैं तो घर पर गरुड़ की मूर्ति या तस्वीर जरूर रखें.

  • भगवान विष्णु की कृपा के लिए: पक्षीराज गरुड़ भगवान विष्णु के प्रिय वाहन हैं. इसलिए जिस घर पर गरुड़ की तस्वीर या मूर्ति होती है वहां भगवान विष्णु की कृपा बरसती है.


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