Garuda Purana: मान-सम्मान पर असर डालते हैं ये काम, इन्हें किया तो पीना पड़ सकता है अपमान का घूंट
Garuda Purana: मान-सम्मान ही व्यक्ति की असली पूंजी है. इसलिए जीवनभर ऐसे काम करें जिससे कि, आपका सम्मान जीवित रहते और मृत्यु के बाद भी बना रहे. लेकिन कुछ कामों को करने से आपको अपमानित होना पड़ सकता है.
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Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: जिस व्यक्ति का मान-सम्मान न हो या उसे बार-बार अपमानित होना पड़ता है, उसका जीवन मृत्यु से भी बदतर हो जाता है. क्योंकि किसी व्यक्ति का मान-सम्मान ही उसके जीवन की सबसे बड़ी पूंजी होती है, जिसका फल उसे जीवन और मृत्यु के बाद भी मिलता है. इसलिए ऐसे कर्म करें, जिससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़े.
गरुड़ पुराण में ऐसे कामों की चर्चा की गई है, जिसे करने पर अपशय यानी अपमान का सामना करना पड़ता है. क्योंकि ये काम आपकी साख को कमजोर करते हैं और आपको अपशय का पात्र बना देते हैं. ऐसे लोगों को न चाहते हुए भी अपमान के घूंट पीना पड़ जाता है. अगर आप अपनी अनमोल पूंजी यानी मान-सम्मान को बनाए रखना चाहते हैं तो ये काम कभी न करें. आइये जानते हैं इनके बारे में.
- यदि आप बहुत धनी हैं और इसके बावजूद भी आप किसी निर्धन या गरीब को दान नहीं करते तो यह आपके लिए अपमानजनक बात है. क्योंकि ऐसे व्यक्ति को अन्य लोग कंजूस कहते हैं. इसलिए पुराणों में कहा गया है कि, यदि आप आर्थिक रूप से सक्षम और संपन्न हैं तो जरूरतमंदों को दान जरूर करें. इससे आपके यश और कीर्ति में बढ़ोतरी होती है.
- आप चाहे आर्थिक रूप से कितने भी मजबूत हों, लेकिन आपमें बुरी आदते हैं या आप बुरी संगत में हैं तो आपको कभी सम्मान नहीं मिलेगा. बल्कि इससे आपको लोगों के बीच अपमानित ही होना पड़ेगा. इसलिए अपनी संगत का ध्यान रखें और अच्छे गुणों को अपनाएं.
- जिनके संतान उनकी बात नहीं मानते, उन्हें समाज में भी अपमान के घूंट पीना पड़ता है. ऐसे माता-पिता को दूसरों के सामने अपमान सहना पड़ता है. साथ ही ऐसा परिवार भी बर्बाद हो जाता है. इसका उदाहण है- महाभारत काल में दुर्योधन की वजह से ही धृतराष्ट का परिवार और पूरा राजपाट बर्बाद हो गया. इसलिए अपने बच्चों को अच्छे संस्कार व शिष्टाचार सिखाएं.
- अगर आप किसी को बुरा करने या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई काम कर रहे हैं और इस बीच आपकी मृत्यु हो जाती है तो कोई भी आपके मौत का शोक नहीं मनाएगा. बल्कि मृत्यु के बाद भी समाज के लिए आप बुरे ही रहेंगे. इतना ही नहीं मृत्यु के बाद ऐसे लोगों के बुरे कर्मों के कारण उनके परिवार को भी अपमान का घूंट पीना पड़ता है. इसलिए कभी किसी का अनिष्ट न करें.
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