एक्सप्लोरर

Garuda Purana: ब्रह्मचारी को किन्हें नहीं देना चाहिए कंधा, गरुड़ पुराण में बताए गए हैं अंतिम संस्कार के नियम

Garuda Purana: ‘अंतिम संस्कार’ हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में आखिरी संस्कार होता है. अन्य संस्कारों की तरह इसके भी कुछ नियम होते हैं. नियम से किए गए अंतिम संस्कार से मृतक की आत्मा को शांति मिलती है.

Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: श्रीकृष्ण कहते हैं, मृत्यु अटल सत्य है, इसे कोई टाल नहीं सकता है. जिसका जन्म धरती पर हुआ है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है. जीवन-मरण के नियम को कोई टाल नहीं सकता है और जीवन-मरण का यह चक्र तब तक चलता है, जब तक आत्मा को परमात्मा के चरणों में स्थान नहीं प्राप्त होता.

श्रीकृष्ण कहते हैं- भले ही मृत्यु सत्य है. लेकिन मृत्यु के बाद केवल शरीर नष्ट होता है, आत्मा नहीं मरती. क्योंकि आत्मा अजर-अमर है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, मृत्यु के बाद आत्मा भले ही शरीर छोड़ देती है, लेकिन उसका अपने शरीर से मोह बना रहता है. इसी मोह को समाप्त करने और आत्मा को अगले जन्म में उत्तम शरीर प्रदान कराने के लिए किसी की मृत्यु के बाद नियमपूर्वक अंतिम संस्कार करना जरूरी होता है.

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का ऐसा ग्रंथ है, जिसमें मृत्यु और पुनर्जन्म से जुड़े गूढ़ रहस्यों की चर्चा की गई है. गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद किए जाने वाले अंतिम संस्कार को लेकर भी कई नियम बताए हैं, आइये जानते हैं इन नियमों के बारे में.

  • चिता को पीछे मुड़कर क्यों नहीं देखना चाहिए: गरुड़ पुराण के अनुसार, शवदाह के बाद कभी भी चिता को पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि मरने के बाद भी मृतक की आत्मा का परिवार वालों के साथ मोह बना रहता है. यदि ऐसे समय में चिता को पीछे मुड़कर देखा गया तो, वह अपने परिवार में वापस जाना चाहेगी. वहीं जब परिजन उसे पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे तो आत्मा को ऐसा लगेगा कि, परिजनों का मोह उसके प्रति समाप्त हो चुका है और इस तरह से वह भी अपना मोह घर-परिवार से त्याग दूसरे लोक की गमन करेगी.
  • क्यों की जाती है चिता की परिक्रमा: गरुड़ पुराण के अनुसार, अंतिम संस्कार के समय चिता की परिक्रमा कर मृतक के प्रति श्रद्धा प्रकट की जाती है. जल भरे हुए मटके को कंधे पर लेकर परिक्रमा की जाती है,जिसे परिक्रमा पूरी होने के बाद फोड़ दिया जाता है. मान्यता है कि, ऐसा करने से आत्मा का उसके शरीर से मोह भंग हो जाता है.
  • ब्रह्मचारी को किसे नहीं देना चाहिए कंधा: गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, जो लोग ब्रह्मचारी होते हैं, उन्हें किसी भी अन्य व्यक्ति को कंधा नहीं देना चाहिए. इससे उनका ब्रह्मचर्य भंग हो जाता है. लेकिन ये लोग अपने माता-पिता और गुरुजनों को कंधा दे सकते हैं. लेकिन इसके अलावा और किसी को कंधा नहीं देना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Garuda Purana: गरुड़ पुराण के अनुसार रसोईघर में करें ये छोटा सा काम, घर पर वास करेंगी मां लक्ष्मी

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Dharma LIVE

ABP Shorts

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Delhi Railway Station Stampede: एक दौर था, जब हादसा होते ही रेल मंत्री दे देते थे इस्तीफा! नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ पर क्या बोले इमरान प्रतापगढ़ी?
एक दौर था, जब हादसा होते ही रेल मंत्री दे देते थे इस्तीफा! नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ पर क्या बोले इमरान प्रतापगढ़ी?
'कुंभ में जाकर चुपके से डुबकी लगाई', सपा चीफ अखिलेश यादव पर जमकर बरसे योगी के मंत्री
'कुंभ में जाकर चुपके से डुबकी लगाई', सपा चीफ अखिलेश यादव पर जमकर बरसे योगी के मंत्री
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनी इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर छापे खूब नोट, अब ओटीटी पर यहां हो रहीं स्ट्रीम
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनीं ये हिट फिल्में, OTT पर देखें
SME IPO News: शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

USA में Health Aid को लेकर क्यों हो रही है Problems? | Health LiveNew Delhi Railway Station Stampede: स्टेशन पर भगदड़ का कसूरवार कौन? कैसे मची भगदड़? | ABP NEWSNew Delhi Railway Station Stampede: फेल क्राउड मैनेजमेंट...प्लेटफॉर्म बदलने का अनाउंसमेंट? | ABP NEWSNew Delhi Railway Station Stampede: पिछले हादसों से क्यों सबक नहीं लेता रेल मंत्रालय? | Breaking | ABP NEWS

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Delhi Railway Station Stampede: एक दौर था, जब हादसा होते ही रेल मंत्री दे देते थे इस्तीफा! नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ पर क्या बोले इमरान प्रतापगढ़ी?
एक दौर था, जब हादसा होते ही रेल मंत्री दे देते थे इस्तीफा! नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ पर क्या बोले इमरान प्रतापगढ़ी?
'कुंभ में जाकर चुपके से डुबकी लगाई', सपा चीफ अखिलेश यादव पर जमकर बरसे योगी के मंत्री
'कुंभ में जाकर चुपके से डुबकी लगाई', सपा चीफ अखिलेश यादव पर जमकर बरसे योगी के मंत्री
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनी इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर छापे खूब नोट, अब ओटीटी पर यहां हो रहीं स्ट्रीम
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनीं ये हिट फिल्में, OTT पर देखें
SME IPO News: शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
बीता हफ्ता मुहब्बत वाला, इश्क के दुश्मनों वाले दिन आए रे भइया...खुद देख लें पूरी लिस्ट
बीता हफ्ता मुहब्बत वाला, इश्क के दुश्मनों वाले दिन आए रे भइया...खुद देख लें लिस्ट
IPL 2025 LSG Schedule: 24 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स से लखनऊ सुपर जायंट्स का पहला मैच, जानें LSG का फुल शेड्यूल
24 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स से लखनऊ सुपर जायंट्स का पहला मैच, जानें LSG का फुल शेड्यूल
Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर क्यों करते हैं पंचक्रोशी परिक्रमा? श्रीराम ने की थी शुरूआत
महाशिवरात्रि पर क्यों करते हैं पंचक्रोशी परिक्रमा? श्रीराम ने की थी शुरूआत
कोई हिंदू लड़की अगर मुस्लिम से शादी कर ले तो क्या होगा, पिता की प्रॉपर्टी में मिलेगा हिस्सा?
कोई हिंदू लड़की अगर मुस्लिम से शादी कर ले तो क्या होगा, पिता की प्रॉपर्टी में मिलेगा हिस्सा?
Embed widget

We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking "Allow All Cookies", you agree to our use of cookies.