Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: दैनिक जीवन में हम कई तरह के कार्य करते हैं. लेकिन गलत कार्यों को करना आपके घर-परिवार के लिए भारी पड़ सकता है. हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ और 18 महापुराणों में एक गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से घर पर प्रेतों का वास हो सकता है. इन कामों को करने से नकारात्मक शक्तियां आकर्षित होने लगती है.


गरुड़ पुराण ग्रंथ में भगवान विष्णु द्वारा मृत्यु, परलोक यात्रा, नरक, स्वर्ग, पुनर्जन्म, पाप, पुण्य कर्म और आत्मा के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है. साथ ही इसके एक खंड नीतिसार में बताया गया है कि, हमें दैनिक जीवन में किन कार्यों को करना चाहिए और किन गलतियों को करने से बचना चाहिए. क्योंकि जिन घरों में ये गलत कार्य किए जाते हैं वहां प्रेतों का डेरा जमने लगता है. आइये जानते हैं किन कार्यों को करने से हमें बचना चाहिए.


इन गलतियों से घर पर हो जाता है प्रेतों का वास



  • गंदगी: जिन घरों में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है, वहां प्रेतों और नकारात्मक शक्तियों का वास होने लगता है. ऐसे घरों में नकारात्मक शक्तियां बहुत जल्दी सक्रिय हो जाती है. क्योंकि गंदगी इन्हें आकर्षित करती है. ऐसे जिन घरों में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता, घर अव्यवस्थित रहता है, घर पर थूका जाता है, वहां देवी-देवता तनिक देर भी नहीं ठहरते हैं और घर पर प्रेतों का बसेरा होने लगता है.

  • पुण्य कार्य न करना: गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसे लोग जो धर्म-कर्म या पुण्य के काम नहीं करते हैं उनके घर पर भी नकारात्मकता का वास होने लगता है. इसलिए हमेशा दान, उपवास और पूजा-पाठ जैसे कार्य करते रहते. साथ ही प्रतिदिन स्नान करें और पूजा-पाठ के बाद ही भोजन ग्रहण करें. इससे घर पर प्रेत अपना डेरा नहीं जमा पाएंगे.

  • ये आदतें देती है दरिद्रता को न्योता: जिन घरों में महिलाएं देर तक सोती हैं, रात के जूठे बर्तन छोड़ देती हैं, पूजा-पाठ नहीं करती और बड़ों का मान-सम्मान नहीं करती वहां दरिद्रता पैर पसारने लगती है.


ये भी पढ़ें: Garuda Purana: व्यक्ति को 1 घंटा पहले चल जाता है पता कि होने वाली है मौत, मिलते हैं ये 5 संकेत









Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.