Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण ग्रंथ का काफी महत्व होता है. इसका पाठ आमतौर पर घर पर किसी परिजन की मृत्यु पश्चात पूरे 13 दिनों तक कराया जाता है. मान्यता है कि गरुड़ पुराण का पाठ कराने से मृतक की आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है और घर के अन्य सदस्यों को ज्ञान, धर्म, नीतिशास्त्र, स्वर्ग, नरक और पाप-पुण्य जैसे कर्मों आदि के बारे में पता चलता है.
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा मृत्यु के बाद जीवन की गति के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई है. भगवान विष्णु ने पक्षीराज गरुड़ द्वारा पूछे गए गूढ़ प्रश्नों का उत्तर गरुड़ पुराण में दिया है.
लेकिन गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद की गति के साथ ही देवी-देवताओं की पूजा, स्वस्थ जीवन के नियम, पुण्य कर्म, नीतिशास्त्र आदि जैसी शिक्षाओं का भी उल्लेख मिलता है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, किन कामों से व्यक्ति को दूर रहना चाहिए. गरुड़ पुराण में बताई इन शिक्षाओं को ध्यान में रखने से आप जीवन में कभी दुख नहीं झेलेंगे. जानते हैं इनके बारे में..
गरुड़ पुराण के अनुसार इन कामों से बचें
- गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति को कभी भी सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए. इससे मन विचलित रहता है.
- कभी भी भूख से अधिक भोजन नहीं करें. इसे अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसा करने से शरीर में आलस्य आता है और व्यक्ति के सोचने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है.
- किसी के साथ कभी बुरा व्यवहार न करें, बुरे शब्द न कहें. जो लोग ऐसा करते हैं उनसे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं.
- गरुड़ पुराण के अनुसार, सांप, आग, दुश्मन और दुश्मन के दोस्तों पर कभी भरोसा न करें. क्योंकि ये कभी भी आपको हानि पहुंचा सकते हैं.
- गरुड़ पुराण में बुरे चरित्र वाले लोगों से भी दूर रहने की सलाह दी जाती है.
- मित्र और संबंधियों से कभी दुश्मनी न करें. ये लोग बुरे वक्त आपके काम आते हैं.
- चाहे कोई कितना भी प्रिय क्यों न हो. दूसरे लोगों के घर में ज्यादा दिन तक नहीं रुकना चाहिए या बार-बार नहीं जाना चाहिए.
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