Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जोकि वैष्णव संप्रदाय से संबंधित है और इसे 18 महापुराणों में एक माना गया है. इसके अधिकाष्ठा स्वयं श्रीहरि भगवान विष्णु हैं. गरुड़ पुराण के पाठ से व्यक्ति को सुखी जीवन जीने, धर्म के मार्ग पर चलने और सफल होने की प्रेरणा मिलती है.


साथ ही गरुड़ पुराण में बताई गई बातों का जीवन में अनुसरण करने पर व्यक्ति के पुण्य कर्मों में वृद्धि होती है और ऐसे लोगों को मोक्ष व मुक्ति की प्राप्ति होती है. क्योंकि इस ग्रंथ में भगवान विष्णु अपने प्रिय वाहन पक्षीराज गरुड़ को ऐसे गूढ़ रहस्यों के बारे में बताते हैं, जिसे मानव कल्याण के लिए महत्वपूर्ण माना गया है.


मृत्यु और मृत्यु के बाद की स्थितियों पर भी गरुड़ पुराण में विस्तृत व्याख्या की गई है. साथ ही गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु कुछ ऐसे कामों के बारे में बताते हैं, जिसे करने से आप जीवन-मरण के बंधन से मुक्त होकर मुक्ति के मार्ग तक पहुंच सकते हैं. आइये जानते हैं इसके बारे में.



  • जो लोग वास्तव में मोक्ष के मार्ग को पाना चाहते हैं उन्हें अपने मानव जीवन का सदुपयोग करना चाहिए. क्योंकि मानव योनि को श्रेष्ठ योनि बताया गया है. आत्मा जब 84 लाख योनियों से गुजरती है तो इसके बाद उसे मानव का शरीर मिलता है. प्रभु की कृपा से आपका जन्म धरती पर मानव के रूप में हुआ है इसलिए इसकी कद्र करें और इसे केवल सुख भोगने के लिए नहीं बल्कि दूसरों के हित और रक्षा के लिए भी इस्तेमाल करें .

  • लोग पुण्य कर्म तो करते हैं लेकिन इसका फल भी उन्हें तुरंत चाहिए होता है, जोकि लालसा से अधिक कुछ भी नहीं. यदि आप अपने द्वारा किए पुण्य कार्यों का तत्काल फल न प्राप्त करके, उसे संचय करते हैं तो इसी पुण्य के प्रभाव से आप मुक्ति के मार्ग तक पहुंच सकते हैं. भगवान श्रीकृष्ण भी कहते हैं कि, कर्म करो और फल की चिंता मत करो. इसीलिए शास्त्रों में गुप्त दान के महत्व के बारे में बताया गया है और इसे महादान कहा गया है. इससे जीवन में किए गए पुण्य का संचय होता है.

  • जीवनकाल में यह कोशिश करें कि आपके व्यवहार या वाणी से कभी किसी का दिल न दुखे और धर्म की रक्षा करें. क्योंकि धर्म से ज्ञान, ज्ञान से ध्यान और ध्यान से योग की यात्रा तय होती है और यही वह मार्ग है जो आपको ​मुक्ति की ओर ले जाएगा.

  • बिना सक्षम देह के कोई भी पुरुषार्थ नहीं किया जा सकता. इसलिए अपने शरीर रूपी धन की हमेशा रक्षा करें और पुण्य कर्मों को सुरक्षित रखने के लिए सद्मार्ग पर चलें.

  • ईश्वर ने आपको एक स्वस्थ और अच्छा शरीर दिया है, अच्छा जीवन दिया है, अच्छे कुल में जन्म दिया है तो इसके महत्व को समझिए. इन चीजों से परिपूर्ण कर ईश्वर ने आपको मुक्ति के मार्ग पर चलने का मौका दिया है. इसलिए अपने जीवन में अधिक से अधिक दान, पुण्य, सहायता और अच्छे कर्म करने की कोशिश कीजिए.


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