(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Garuda Purana: गरुड़ पुराण की इन शिक्षाओं से सुधर जाएगा जीवन, जानिए क्या करें
Garuda Purana: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को मोक्ष और सद्गति प्रदान करने वाला ग्रंथ माना गया है. साथ ही इसमें बेहतर और सुखी जीवन के लिए वैराग्य, नीतिसार और सदाचार आदि से संबंधित ज्ञान भी दिए गए हैं.
Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: गरुड़ पुराण ग्रंथ का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इसलिए इसे 18 महापुराणों में एक माना गया है. गरुड़ पुराण वैष्णव संप्रदाय से संबंधित ग्रंथ है, जिसमें कुल 271 अध्याय और 18 हजार श्लोक हैं.
गरुड़ पुराण को लोग किसी की मृत्यु के बाद पढ़ा जाने वाला ग्रंथ मानते हैं. लेकिन बता दें कि गरुड़ पुराण को दो भागों में बांटा गया है. इसका पहला भाग ‘पूर्वखण्ड’ और दूसरा भाग ‘उत्तरखण्ड’ है.पहले भाग में भगवान विष्णु की उपासना से संबंधित विधियों के बारे में उल्लेख मिलता है और दूसरे भाग में मृत्यु के बाद मिलने वाले कई तरह के नरकों के बारे में बताया गया है.
गरुड़ पुराण में धर्म,ज्ञान और नीति-नियम से संबंधित बातों का भी उल्लेख मिलता है, जिसका अनुसरण करने पर व्यक्ति सुखी जीवन जीता है. इसमें योगाध्याय, विष्णु ध्यान, सूर्य पूजा, शिवार्चा गोपाल पूजा, श्रीधर पूजा के साथ ही सांख्य सिद्धांत, ब्रह्माज्ञान, गीतासार आदि के बारे में भी बताया गया है. जीवन को बेहतर बनाने के लिए आप गरुड़ पुराण में बताई इन शिक्षाओं के बारे में जरूर जानना चाहिए.
गरुड़ पुराण की शिक्षाएं
- गरुड़ पुराण के नीतिसार में कहा गया है कि, अपने शत्रुओं से हमेशा सतर्क रहना चाहिए.
- गरुड़ पुराण के अनुसार, सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए. इससे व्यक्ति की आयु कम होती है और वह अस्वस्थ्य रहता है.
- रात के वक्त या सूर्योदय के बाद दही का सेवन नहीं करना चाहिए. यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है.
- व्यक्ति को हमेशा साफ-सुथरे और सुंगधित कपड़े पहनने चाहिए और प्रतिदिन स्नान करना चाहिए. इससे सामाजिक में मान-सम्मान बढ़ता है और आत्मिक रूप से शांति मिलती है.
- किसी के अंतिम संस्कार में जाएं तो श्मसान में जब शरीर को जलाया जाता है तो उसकी अग्नि से दूर रहें. क्योंकि उस अग्नि से कई तरह के नकारात्मक तत्व निकलते हैं.
- गरुड़ पुराण के अनुसार सुबह के समय दंपति को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए.
- बासी भोजन और बासी मांस का सेवन कभी न करें. इससे गंभीर रोगों का खतरा बढ़ जाता है.
- गरुड़ पुराण में व्रत रखने की बात भी कही गई है. इसके अनुसार व्यक्ति को एकादशी का व्रत जरूर रखना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Bhoot: भूत-प्रेत और आत्माएं होती हैं! इन देशों में खूब होता जादू-टोना करते हैं पुनर्जन्म पर यकीन
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.