Garuda Purana Upay: गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति को उनके कर्म के अनुसार शुभ और अशुभ फल मिलता है. व्यक्ति यदि अच्छा कर्म करता है तो उसे अच्छा फल प्राप्त होता है और वह मृत्यु के बाद स्वर्गगामी होता है. परन्तु जब वह बुरे कर्म करता है तो उसे दुखदायी परिणाम मिलता है तथा वह नरकगामी होती और उसे नरक जैसा कष्ट सहने पड़ते है. धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु ने गरुड़ को जो कुछ भी बताया उसका जिक्र गरुड़ पुराण में किया गया है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि महिलाएं जब दो आवश्यक काम करतीं हों, उस समय पुरुषों को उन्हें नहीं देखना चाहिए, नहीं तो वे पाप के भागी बनते हैं. मृत्यु के बाद उन्हें नरक जाना पड़ता है. साथ ही उन्हें बहुत ही कठोर सजा मिलती है.
महिलाओं द्वारा किये जाने वाले दो प्रमुख कार्य
फीडिंग के समय (Feeding): महिलायें जब अपने बच्चे को अपना दूध पिला रही हों. तब पुरुषों को उनकी तरफ नहीं देखना चाहिए. मां से अपना आहार ग्रहण करते समय शिशु बहुत ही मासूम और अबोध होता है. उस समय यदि कोई पुरुष उस मां की तरफ गलत नियत से देखता है तो वह बहुत बड़े पाप का भागीदार होता है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि ऐसे अधम और निर्लज्ज पुरुष को मरणोपरांत नरक में कठोर यातना सहनी पड़ती है.
स्नान के वक्त
जब कोई महिला बिना वस्त्र के स्नान कर रही हो तो ऐसे समय पुरुषों को उनकी तरफ नहीं देखना चाहिए. ऐसी स्थिति में जब कोई पुरुष उस महिला की तरफ देखता है तो वह बहुत बड़े पाप का भागी होता है. ऐसे पुरुषों के सारे पुण्य फल क्षीण हो जाते हैं और यही नहीं उन्हें मृत्यु के बाद नरक जाना होता है. जहाँ उन्हें कठोर यातना और सजा मिलती है.
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