Geeta Ka Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उन उपदेशों का वर्णन है जो उन्होंने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए थे. गीता सबसे प्रभावशाली ग्रंथ है. भगवद-गीता को भगवान का गीत भी कहा जाता है. गीता के अनमोल वचन मनुष्य को  जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं. 


गीता जीवन में धर्म, कर्म और प्रेम का पाठ पढ़ाती है. गीता संपूर्ण जीवन दर्शन है और इसका अनुसरण करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी निराश नहीं होता है. गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि कुछ पाप गंगा नहाने पर भी नहीं धुलते हैं.


श्रीकृष्ण के अनमोल वचन




  • गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि गंगा में वही पाप धुलते हैं जो गलती से हो जाएं, योजना बनाकर किए गए पाप को भगवान कभी नहीं माफ करता है.

  • श्रीकृष्ण के कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति को अकेले चलने से नहीं घबराना चाहिए. श्मशान, शिखर और सिंहासन पर व्यक्ति अकेले ही पहुंचता है.

  • गीता में लिखा है कि मनुष्य गलत कार्य करते समय दाएं, बाएं, आगे, पीछे, चारों तरफ देखता है बस ऊपर देखना भूल जाता है. आप सब कुछ छिपा सकते हैं लेकिन ईश्वर से कुछ भी नहीं छिपा सकते हैं.

  • गीता के अनुसार किसी भी व्यक्ति को सिर्फ दिखावे के लिये अच्छा नहीं बनना चाहिए. ईश्वर आपको बाहर से नहीं बल्कि भीतर से भी जानता है और उसके आगे दिखावा करना बेकार है.

  • गीता में लिखा है कि केवल डरपोक और कमजोर लोग ही चीजों को भाग्य पर छोड़ते हैं. वहीं जो मजबूत इरादों और खुद पर भरोसा करने वाले होते हैं वे कभी भी नियति या भाग्य पर निर्भर नही रहते. ऐसे लोग अपनी मेहनत से सबकुछ हासिल कर लेते हैं.

  • गीता में लिखा है जो कुछ भी तू करता है, उसे भगवान को अर्पण करता चल. ऐसा करने से सदा जीवन-मुक्त का आनंद अनुभव करेगा.


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