Shani Dev, Shani Ke Upay: शनि वक्री होकर वर्तमान समय में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. भाद्रपद मास में शनि देव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है.आने वाले शनिवार के दिन शुभ संयोग बन रहा है, जिस कारण शनि देव की पूजा का महत्व बढ़ जाता है.


11 सितंबर 2021 को शनिवार का दिन है. पंचांग के अनुसार इस दिन भाद्रपद मास की शुक्ल पंचमी तिथि है. पंचमी की तिथि को पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए शुभ माना गया है. शनिवार के दिन स्वाति नक्षत्र रहेगा और इंद्र योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन किन राशियों को शनि देव की विशेष पूजा करनी चाहिए आइए जानते हैं-


शनि की दृष्टि इन 5 राशियों पर है
शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में न्याय करने वाला ग्रह माना गया है. मान्यता है कि शनि व्यक्ति को उसके कर्माें के आधार शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं. ऐसा नहीं है कि शनि देव सदैव अशुभ फल ही प्रदान करते हैं, शनि शुभ होने पर व्यक्ति को सुख-समृद्धि और धनवान भी बनाते हैं. वर्तमान में समय शनि की दृष्टि मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि पर बनी हुई है.


शनि की ढैया
वर्तमान समय में शनि की ढैया मिथुन, तुला राशि पर चल रही है, वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती है. इसलिए इन 5 राशियों को 11 सितंबर को शनि देव की विशेष पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि पीड़ित हैं या फिर शनि की महादशा चल रही है, वे भी शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से, शनि की अशुभता से बच सकते हैं.


शनि के उपाय
शनिवार को दिन शनि मंंदिर में शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाने से लाभ प्राप्त होता है. इससे शनि शांत होते हैं. इसके साथ ही दान आदि का कार्य करने से भी लाभ प्राप्त होता है. शनिवार को शनि चालीसा का पाठ भी शनि की अशुभता को दूर करता है.


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