सोच समझकर ही पहनें हीरा, नहीं तो पहुंचा सकता है नुकसान
हीरा सबसे मंहगे रत्नों में से एक है, इसकी चमक देखने वालों को प्रभावित करती है.हीरा का संबंध शुक्र से है, जन्मकुंडली में जब शुक्र कमजोर या पीड़ित हो तभी इसे धारण करना चाहिए.
नई दिल्ली: हीरा मंहगे रत्नों में से एक है. इसकी चमक सभी को आकर्षित करती है. हीरा का संबंध शुक्र ग्रह से है. शुक्र जब पीड़ित होता है तो हीरा धारण करने की सलाह दी जाती है. इस रत्न को बड़ी ही सावधानी से धारण करना चाहिए. क्योंकि सही जानकारी न होने की स्थिति में इसे धारण करने से व्यक्ति को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. आइए जानते हैं इस रत्न के बारे में-
हीरा सभी गुणों से संपन्न होने के बाद भी इसकी नकारात्मकता व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकती है. जब व्यक्ति को शुक्र संबंधी दिक्कतें आती हैं तो हीरा धारण किया जा सकता है. शुक्र का संबंध पत्नी, दांपत्य जीवन, व्यापार, लग्जरी लाइफ, शॉपिंग, फिजूल खर्ची से भी होता है. वृषभ और तुला राशि के लोगों के लिए हीरा शुभ माना जाता है. अन्य राशियों के लोगों को जन्मकुंडली का परीक्षण कराने के बाद ही इसे धारण करना चाहिए.
जो व्यक्ति कला, फिल्म, व्यापार आदि के क्षेत्र से जुड़े होते हैं उनके लिए हीरा लाभकारी माना गया है. क्योंकि ये सभी कार्य क्षेत्र शुक्र के अधीन आते हैं. शुक्र प्रधान होने के कारण इन क्षेत्रों में हीरा पहनने से लाभ मिलता है. वहीं प्रेम संबंधों में कमी आने पर भी इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है. इसे पहनने से ब्रेकअप की संभावना कम हो जाती है. वहीं पति और पत्नी के बीच किसी चीज को लेकर अनबन है तो इस रत्न को धारण करना चाहिए इससे विवाद की स्थिति दूर होती है और प्रेम पनपता है. जिन लोगों के जीवन में विवाह संबंधी दिक्कत आ रही है उन्हें भी हीरा पहनना चाहिए. इससे विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होंगी.
एस्ट्रोलॉजर शिल्पा राना का कहना है कि सेहत के लिए भी हीरा लाभकारी माना गया है. इससे पहने से आयु में वृद्धि होती है. कई रोगों में भी हीरा लाभ पहुंचाता है. डायबिटीज और आंखों से जुड़ी समस्याओं को भी यह दूर करता है. महिलाओं को इसे पहनने से पहले किसी ज्योतिषी से राय जरूर ले लेनी चाहिए. जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें पूछकर ही हीरा धारण करना चाहिए. हीरा तभी पहनना चाहिए जब शुक्र ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहा हो. हीरा रत्न को शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए. ये पहनने वाले के लिए शुभ है कि नहीं इसका भी परीक्षण किया जा सकता है. 15 दिन तक तकिए के नीचे इस रत्न को रख देखें कि बुरे सपने तो नहीं आ रहे हैं. वहीं जीवन में परेशानी तो नहीं बढ़ रही हैं. अगर ऐसा है तो उस व्यक्ति को हीरा रत्न धारण नहीं करना चाहिए. जो व्यक्ति हीरा नहीं खरीद सकते हैं वे इसके उपरत्नों को भी पहन सकते हैं. जरकन, फिरोजा, ओपल या कुरंगी यह सभी हीरा के उपरत्न माने जाते हैं.
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