Rashi Parivartan 2023, Jupiter Transit in Aries: ज्योतिष के अनुसार, साल 2023 में तीन बड़े राशि परिवर्तन होने वाले हैं. इसमें शनि का पहला राशि परिवर्तन जनवरी महीने में हो चुका है अब दूसरा राशि परिवर्तन अप्रैल महीने में होगा. अप्रैल माह में देव गुरु बृहस्पति मेष राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद अक्टूबर महीने में राहु-केतु का राशि परिवर्तन होगा.
22 अप्रैल को गुरु मीन राशि से निकलकर मंगल की राशि मेष राशि में गोचर करेंगे और 1 मई 2024 तक इसी राशि में रहेंगे. मेष राशि में गोचर करने के बाद गुरु 4 सितंबर को वक्री हो जाएंगे और फिर से 31 दिसबंर को मार्गी होंगे. 22 अप्रैल को गुरु का राशि परिवर्तन अस्त स्थिति में होगा. क्योंकि गुरु 31 मार्च 2023 को अस्त हो रहे हैं और 30 अप्रैल को उदय होंगे और इसी बीच वे 22 अप्रैल को राशि परिवर्तन करेंगे.
क्यों खास है 2023 का गुरु गोचर (Guru Gochar 2023)
गुरु ग्रह को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है. गुरु को ज्ञान, संतान, शिक्षा, धार्मिक कार्य, दान, धन, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक माना गया है. देव गुरु बृहस्पति 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी हैं. 22 अप्रैल को गुरु का राशि परिवर्तन इसलिए भी खास है क्योंकि यह साल 2023 का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन है और 12 साल बाद गुरु का मेष राशि में गोचर होगा.
वैसे तो गुरु करीब 13 महीने में राशि परिवर्तन करते हैं लेकिन मेष राशि में उनका गोचर पूरे 12 साल बाद होगा. ज्योतिष के अनुसार मेष राशि में गुरु के गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा. इस दौरान कुछ राशियों को लाभ होगा तो वहीं कुछ को सावधानी बरतने की जरूरत है. जानते हैं गुरु के मेष राशि में गोचर से सभी राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव.
- मेष राशि: मेष राशि वालों पर काम का अत्यधिक बोझ बढ़ने वाला है. इसलिए आपको अपने कार्यों पर लक्ष्य केंद्रित करने की जरूरत है. लेकिन काम को निपटाने के लिए जल्दबाजी करने से बचें. आपको परिवार का पूरा साथ मिलेगा. आप धन संचय करने का प्रबंधन कर सकेंगे.
- वृषभ राशि: वृषभ राशि वाले लोगों को सभी के साथ सम्माजनक और विन्रम व्यवहार रखने की जरूरत है. पहले से संचित किया धन इस समय आपके काम आ सकता है. आने वाले समय में आपको जल्द ही नए कार्य उपलब्ध होंगे.
- मिथुन राशि: गुरु 11 वें भाव में गोचर करेंगे. यह भाव आपके आय का स्थान है. गुरु गोचर से मिथुन राशि वालों के आय में वृद्धि होगी और अच्छे फलों की प्राप्ति होगी. कर्म और आय के लिहाज से गुरु का राशि परिवर्तन मिथुन राशि वालों के लिए अच्छा साबित होगा.
- कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए गुरु का गोचर मिलाजुला फलदायी रहेगा. आप अपने व्यस्त कार्यों में बिजी रहेंगे, जिससे आपके साथी अवांछित महसूस कर सकते हैं. ऐसे लोग जो प्रेमी जीवन जी रहे हैं उनका प्रेम संबंध मजबूत होगा. यात्रा के योग बन रहे हैं. यह यात्रा लाभदायक साबित होगी और इससे करियर में नई-नई संभावनाएं बनेंगी.
- सिंह राशि: गुरु नौंवे भाव में गोचर करेंगे, जोकि गुरु का अपना भाव है. इस भाव में गुरु प्रबल होते हैं. ऐसे में गुरु का गोचर सिंह राशि वालों के लिए फायदेमंद रहेगा. आपको अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है
- कन्या राशि: कन्या राशि वाले अपने व्यवसाय या किसी परियोजना के विस्तार के लिए पार्टनर के साथ नए-नए विचारों को लागू कर सकते हैं, जिससे आपको लाभ मिलेगा. प्रेमी जीवन जी रहे लोगों के जीवन में सामंजस्य बना रहेगा और विवाहित लोग अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे. निवेश के लिए भी समय अनुकूल रहेगा.
- तुला राशि: गुरु का गोचर तुला राशि के सप्तम भाव में होगा. इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी और सभी इच्छाएं पूरी होगी. करियर ग्रोथ भी अच्छा रहेगा. यदि खानपान का ध्यान रखेंगे तो सहेत भी ठीक रहेगा.
- वृश्चिक राशि: कार्यक्षेत्र और पारिवारिक जीवन में थोड़ी कठिनाई हो सकती है. इसलिए नौकरी और गृहस्थ जीवन में संतुलन बनाकर चलना होगा. मीडिया और पब्लिशिंग क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा.
- धनु राशि: गुरु धनु राशि के पंचम भाव में गोचर करेंगे. इससे आप खुश और सकारात्मकत से भरे रहेंगे. जीवन में तरक्की होगी और रुके हुए काम भी पूरे होंगे. किसी भी यात्रा के लिए मुहूर्त देखकर ही घर से निकलें. 4 सितंबर के बाद का समय बहुत ही बढ़िया है.
- मकर राशि: यदि आप नौकरीपेशा से जुड़े हैं तो पूरी एकाग्रता के साथ काम करें. आप तय समय पर काम को पूरा करने की कोशिश करें, तभी अधिकारी आपसे खुश रहेंगे. दोस्तों और प्रियजनों का भरपूर साथ मिलेगा.
- कुंभ राशि: कुंभ राशि वाले लोगों को अपनी आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत हैं, जोकि भविष्य में आपके काम आएगी. धन संचय करने में जीवनसाथी का भी साथ मिलेगा. इस दौरान पारिवारिक जीवन में खुशियां देखने को मिलेंगी.
- मीन राशि: मीन राशि से गुरु दूसरे भाव में गोचर करेंगे, जोकि शुभ रहेगा. इस भाव के गुरु कारक ग्रह हैं. रोग, कर्ज और शत्रु से जुड़ी परेशानियां दूर होगी और भाग्य प्रबल होगा. गुरु की दृष्टि सभी तरह से आपकी सहायता करेगी और सभी कार्य में गुरु से शुभ फल प्राप्त होंगे.
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