Guru Grah Upay: गुरु ग्रह को बृहस्पति ग्रह भी कहा जाता है. गुरु ग्रह का जीवन में खास प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष में गुरु को ज्ञान, भाग्य, ऐश्वर्य, संतान, विवाह, धार्मिक कार्य, धन और दान-पुण्य आदि का कारक माना गया है. सूर्य के बाद गुरु को ही सबसे बड़ा ग्रह माना गया है.


ज्योतिष शास्त्र में भी गुरु ग्रह को विशेष ग्रह माना गया है, जिसकी खराब स्थिति से सफलता पाना मुश्किल हो जाता है और जीवन भी परेशानियों से घिर जाता है. किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति अभाग्य का कारण बनती है और उसे आर्थिक, शारीरिक, संतान, वैवाहिक जीवन आदि में समस्याओं से गुजरना पड़ता है.


गुरु को सफलता और उदारता का ग्रह भी कहा गया है. ऐसे में यदि गुरु ग्रह कमजोर हो तो इससे व्यक्ति आलसी हो जाता है और उसे आसानी से सफलता नहीं मिलती है. जॉब में भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन ज्योतिष में कमजोर गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के उपायों के बारे में बताया गया है, जिसे अपनाकर आप गुरु को मजबूत बना सकते हैं.


गुरु ग्रह के कमजोर होने पर मिलते हैं ये संकेत



  • भाग्य का कारक गुरु यदि कमजोर हो तो धन की हानि होती है, कामों में रुकावटें आती हैं, विवाह में बाधा उत्पन्न होती हैं आदि. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गुरु के कमजोर होने पर इन कामों में भाग्य का साथ नहीं मिलता है.

  • गुरु ग्रह कमजोर होने पर व्यक्ति को धन कमाने में बहुत कठिनाई होती है. साथ ही उसे लीवर, किडनी, स्मृति हानि, पेट संबंधी समस्या, फेफड़ों में समस्या, आंख, कान, गला, सांस और कब्ज जैसी शारीरिक समस्याएं भी झेलनी पड़ती है.

  • मान-सम्मान में कमी आना, नौकरी छूट जाना, व्यापार ठप पड़ जाना, जॉब में प्रमोशन न होना और बार-बार सांप का काटना भी खराब गुरु का संकेत माना जाता है.

  • गुरु ग्रह को ज्ञान का कारक माना गया है. ऐसे में गुरु ग्रह के कमजोर होने पर पढ़ाई में भी मन नहीं लगता है और शिक्षा क्षेत्र में रुकावटे आती हैं.


गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के उपाय



  • जिनकी कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो, उन्हें गुरुवार का व्रत रखना चाहिए. इस दिन देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें. साथ ही गुरु ग्रह की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः' मंत्र का जाप 3, 5 या 16 माला जाप करें.

  • गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर स्नान करें और पीले रंग के कपड़े पहनें. इससे भी गुरु ग्रह मजबूत होते हैं.

  • पुखराज या उपरत्न सुनेला या सोनल भी धारण कर सकते हैं. क्योंकि ये रत्न गुरु दोष निवारण के लिए अच्छा माना जाता है. आप ज्योतिष की सलाह से इस रत्न को धारण करें.

  • गुरु ग्रह के बीज मंत्र ‘ऊँ बृं बृहस्पते नम:’ मंत्र का 108 बार या एक माला जाप करें. इस मंत्र का जाप गुरुवार के दिन करने से गुरु ग्रह से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

  • कुंडली में गुरु कमजोर हो तो गुरुवार के दिन केले वृक्ष का रोपण करें और इसकी सेवा करें. ऐसा करने से गुरु की कृपा मिलती है.

  • कुंडली में गुरु को मजबूत बनाने के लिए बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें, गरीबों की मदद करें और पीले रंग की वस्तुएं जैसे पीली दाल, हल्दी, केसर, पीले वस्त्र, पीतल आदि का दान करें.


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