Guru Margi 2022, Jupiter retrograde 2022: वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को सबसे शुभ ग्रह और लाभ देने वाला कहा गया है. किसी भी व्यक्ति की कुंडली में अगर गुरु शुभ होकर विराजमान हैं तो उसे हमेशा धन और सम्मान प्राप्त होता है. पंचांग के अनुसार, देवगुरू बृहस्पति 24 नवंबर 2022 को सुबह 04 बजकर 36 मिनट पर मीन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं. इसके पहले गुरु मीन राशि में ही वक्री हैं, यानी उल्टी चाल से चल रहें हैं.


बृहस्पति ग्रह स्त्री के लिए पति के हैं कारक ग्रह


ज्योतिष में बृहस्पति को मीन राशि का स्वामी ग्रह माना जाता है और यह राशि चक्र की बारहवीं राशि है. बृहस्पति को जीव कारक ग्रह माना गया है. इन्हें वाणी, संतान और भाग्य भाव का कारक माना जाता है. वैदिक शास्त्र के अनुसार, देवगुरु बृहस्पति सबसे लाभकारी ग्रह है, जो कि शुभ स्थिति में होने पर सकारात्मक लाभ प्रदान करते हैं. गुरू का मीन राशि में मार्गी होने से धन, नौकरी, विवाह में सुख और समृद्धि प्राप्त होगी. गुरु पुरुष के लिए ये ज्ञान, धन और सम्मान है, वहीं स्त्री के लिए पति और पति के धन के कारक हैं.


वृश्चिक राशि वालों पर गुरु मार्गी का प्रभाव


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु वृश्चिक राशि के पंचम भाव में गोचर कर रहें हैं और यहीं पर मार्गी होंगे. देवगुरु बृहस्पति इन जातकों के लिए धन और संतान भाव के स्वामी होते हैं. आपके तीसरे भाव में शनि विराजमान है और इनकी दृष्टि गुरु पर पड़ रही है. जबकि गुरु की दृष्टि इस राशि के जातकों के भाग्य, लाभ और लग्न के स्थान पर है. ऐसी शुभ स्थिति में गुरु का मार्गी होना कई मायनों में इनके लिए बेहद लाभप्रद है. इससे आपको हर कार्य में सफलता मिलेगी.


महिलाओं के लिए यह गुरु का मार्गी होना शुभता लेकर आ रहा है. आपका विवाह तय होगा. आपको मनचाहा वर मिल सकता है. जीवन में किसी नए प्रेमी के आगमन की भी संभावना है. कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है. सम्मान बढ़ेगा. शेयर मार्केट का काम लाभदायक होगा. नए काम की शुरुआत सफल और शुभ होगी.


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