(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Guru Rashi Parivartan 2020: मकर राशि में गुरु शनि की युति से इन तीन राशियों को मिलने जा रहा है बड़ा लाभ, जानें राशिफल
Guru Makar Rashi: मकर राशि में शनि के साथ गुरु का प्रवेश हो चुका है. शनि के साथ गुरु की युति बहुत ही विशेष मानी जा रही है. गुरु-शनि की युति से इन तीन राशियों को अच्छा फल प्राप्त होने जा रहा है.
Guru Rashi Parivartan 2020: मकर राशि में शनि के साथ गुरु की युति शुभ फल देने वाली मानी जा रही है. ज्योतिष शास्त्र में गुरु को एक शुभ ग्रह माना गया है. गुरु को बृहस्पति ग्रह के नाम से भी जानते हैं. बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना गया है वहीं शनि देव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश की उपाधि प्राप्त है.
धनु राशि से मकर राशि में कब आए गुरु पंचांग के अनुसार गुरु 20 नवंबर को मकर राशि में आए हैं. इससे पहले गुरु धनु राशि में गोचर कर रहे थे. धनु राशि को गुरु की अपनी राशि है. मकर राशि शनि की अपनी राशि है. शनि यहां बलवान अवस्था में हैं जबकि मकर राशि को गुरु की नीच राशि माना गया है. बावजूद गुरु इन तीन राशियों को जबरदस्त लाभ कराने जा रहे हैं.
कन्या राशि वालों को होगा लाभ कन्या राशि वालों को गुरु अच्छा लाभ प्रदान करने जा रहा है. लेकिन कुछ मामलों में विशेष सावधानी भी बरतनी होगी. गुरु और शनि की युति कन्या राशि वालों को धन लाभ करा सकते हैं वहीं स्थान परिवर्तन का कारक भी बन सकते हैं जन्म कुंडली में गुरु और शनि यदि शुभ स्थिति में हैं तो रूके हुए कार्य पूर्ण हो सकते हैं. इस दौरान जॉब करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए नियमों का पालन जरूर करें.
तुला राशि वालों के बनेंगे काम तुला राशि वाले इस दौरान कुछ नया कर सकते हैं. यदि आप शिक्षा आदि के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो लाभ की स्थिति बन रही हैं. परीक्षा आदि की तैयारी कर रहे हैं, परिणाम आने पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं. यात्राओं का भी योग बन रहा है. इस दौरान पिता और शिक्षकों की सेवा और सम्मान में किसी भी तरह की कमी न रखें.
कुुंभ राशि वालों को मिल सकता है शुभ समाचार कुंभ राशि वालों को गुरु और शनि की युति अच्छा फल प्रदान करेगी. इस दौरान सेतह का ध्यान रखना होगा. जिन लोगों के विवाह में देरी आ रही है, उनकी यह समस्या दूर हो सकती है. भूमि और कृषि आधारित व्यापार से जुड़े हैं तो लाभ मिल सकता है. इस दौरान किसी का अपमान न करें.
Chanakya Niti: इन तीन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए, मिलती है बदनामी, जानिए आज की चाणक्य नीति