Guru Makar Rashi: मकर राशि में गुरु का प्रवेश हो चुका है. गुरु अभी तक धनु राशि में गोचर कर रहे थे. लेकिन 20 नवंबर 2020 से गुरु धनु राशि से निकल कर मकर राशि में आ चुके हैं. मकर राशि गुरु की नीच की राशि कहलाती है. लेकिन शनि के साथ के गुरु के संबंध सम हैं. विशेष बात ये है कि गुरु की शनि की साथ कोई शत्रुता नहीं है.


गुरु- शनि की युति सभी राशियों को प्रभावित कर रही है. लेकिन मेष, मिथुन और सिंह राशि पर इसका क्या प्रभाव रहेगा, जानते हैं-


मेष राशि वाले सेहत का रखें ध्यान
मेष राशि में गुरु का गोचर जन्म कुंडली के नवम में हो रहा है. जो बारहवें भाव का स्वामी है. इस दौरान आप नए कारोबार की शुरूआत करने की योजना बना सकते हैं. गुरु इस दौरान आपको धार्मिक कार्यों में रूचि पैदा कर सकते हैं. यात्राएं भी करनी पड़ सकती है. लेकिन सेहत को लेकर सर्तक रहें. इस दौरान आप व्यस्त रहेंग और तनाव में भी आ सकते हैं जिसका असर आपकी कार्य क्षमता भी पर भी पड़ेगा.


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मिथुन राशि वाले जल्दबाजी से बचें
मिथुन राशि में गुरु सातवें भाव में गोचर करेंगे. जो दांपत्य जीवन के लिए उत्तम है. लेकिन इस दौरान किसी भी प्रकार के विवाद से भी बचने का प्रयास करें. कोई अनुचित कार्य न करें. नहीं तो परेशानी भी उठानी पड़ सकती है. लाभ की स्थिति बनी हुई है. लेकिन किसी भी प्रकार जल्दबाजी न करें.


धनु राशि वाले कर्ज सोच समझ कर लें
धनु राशि के स्वामी गुरु हैं. ज्योतिष शास्त्र में गुरु को शुभ फल देने वाला ग्रह माना गया है. अभी तक गुरु आपकी ही राशि में विराजमान थे. लेकिन अब मकर राशि में आ गए हैं. इसलिए कुछ मामलों में तो गुरु आपको लाभ प्रदान करेंगे लेकिन शनि के साथ युति बनाने के कारण कुछ मामले में परेशानी भी उठानी पड़ सकती हैं. इस दौरान आपको लेनदेन के मामले में सावधानी बरतनी होगी. वादा सोच समझ करें. कर्ज लेते समय सावधानी बरतें, जरूरी हो तभी कर्ज लें.


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