Haldi Ke Totke: हिन्दू धर्म में हल्दी बहुत अधिक पवित्र मानी गई है. कोई भी पूजा-पाठ हल्दी के बिना संपन्न नहीं होती है. आयुर्वेद में हल्दी को औषधि माना गया है. हल्दी की खासियत सिर्फ मसाले तक सीमित नहीं है. ज्योतिष शास्त्र में भी हल्दी का इस्तेमाल कई तरह के उपायों में किया जाता है. हल्दी भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है इसलिए गुरुवार के दिन हल्दी के कुछ टोटके ज्यादा असरदार माने जाते हैं. हल्दी के टोटके ना सिर्फ भाग्य खोलने का काम करते हैं बल्कि आर्थिक स्थिति भी मजबूत करते हैं हैं. कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत करने के लिए भी हल्दी बहुत प्रभावी मानी जाती है. आइए जानते हैं हल्दी से जुड़े इन टोटकों के बारे में.
हल्दी से जुड़े अचूक उपाय
- अगर बहुत समय से आपका धन कहीं अटका हुआ या किसी काम में फंस गया है तो चावलों को हल्दी से रंग लें और इसे लाल कपड़े में बांध कर अपने पर्स में रख लें. ऐसा करने से अटका हुआ धन जल्दी वापस आ जाता है.
- बहुत मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो बुधवार या बृहस्पतिवार के दिन गणेश भगवान को हल्दी की गांठ की माला अर्पित करें. ऐसा करने से कार्य में आ रही सारी बाधा दूर होती है. हल्दी की गांठ को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में रखें और हर दिन इसकी पूजा करें. ऐसा करने से लक्ष्मी मां प्रसन्न होती हैं.
- किसी भी शुभ कार्य के लिए जा रहे हैं तो गणेशजी को हल्दी का टीका लगाएं और फिर हल्दी से अपने माथे पर तिलक लगाकर घर से निकलें. ऐसा करने शुभ फल की प्राप्ति होती है और कार्य में तरक्की मिलती है.
- अगर आपको बुरी नजर लग गई है या फिर आप बुरे सपनों से परेशान हैं तो हल्दी की एक गांठ पर मौली बांध कर उसे अपने सिरहाने रख कर सोएं. ऐसा करने से बुरे सपने आना बंद हो जाते हैं.
- देवगुरु बृहस्पति और विष्णु भगवान को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार के दिन चने की दाल और हल्दी का दान करें. भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने रोज चुटकी भर हल्दी अर्पित करने से मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है. इस उपाय से विवाह में आ रही बाधा भी दूर होती है.
ये भी पढ़ें
'सूर्य ग्रहण' इन राशियों के लिए लाएगा गुड न्यूज, जानें कब लग रहा है साल 2023 का पहला ग्रहण
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.