Bada Mangal 2021 Puja : मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है. पंचांग के अनुसार 1 जून, मंगलवार को ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है. इस दिन ग्रहों की बात करें तो चंद्रमा कुंभ राशि में गोचर कर रहा है. जहां पर देव गुरू बृहस्पति विराजमान हैं. चंद्रमा और गुरू की युति से गजकेसरी योग का निर्माण कुंभ राशि में हो रहा है. ज्योतिष शास्त्र में इस योग को शुभ माना गया है.


हनुमान पूजा के लिए मंगलवार का दिन उत्तम है. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र है. 1 जून से पंचक भी प्रारंभ हो रहे हैं. पंचक में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. पंचक में पूजा पाठ का विशेष महत्व बताया गया है. ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष के मंगलवार का विशेष महत्व है. इसे बड़ा मंगल या बुढवा मंगल भी कहा जाता है. 


हनुमान पूजा का महत्व
हनुमान जी की पूजा जीवन में आने वाले संकटों को दूर करने में सहायक मानी गई है. हनुमान जी अपने भक्तों को मंगल और शनि के दोषों से भी बचाते हैं. हनुमान जी के पास आठ प्रकार की विशेष सिद्धियां हैं. इन सिद्धियों के कारण ही हनुमान जी को अष्टसिद्धि नव निधि के दाता कहा गया है. ये सिद्धियां माता सीता द्वारा उन्हें प्रदान की गई थीं. आइए जानते हैं इन सिद्धियों के बारे में-


हनुमान जी को प्राप्त हैं ये अष्टसिद्धि


1- अणिमा: इस सिद्धि से शरीर के आकार को सूक्ष्म किया जा सकता है. हनुमान जी अपने रूप को छोटा करने की क्षमता रखते थे. 
2- महिमा: इस सिद्धि के कारण ही हनुमान जी अपने शरीर को बड़ा कर, जटिल से जटिल कार्य को आसानी से पूर्ण कर लेते थे. 
3- लघिमा: इस सिद्धि से शरीर छोटा होने के साथ शरीर को हल्का भी किया जा सकता है.
4-गरिमा: इस सिद्धि के जरिए हनुमान जी अपने शरीर का वजन बढ़ा लेने की क्षमता रखते थे. 
5- प्राप्ति: इस सिद्धि के माध्यम से मनोबल में वृद्धि होती और इच्छाशक्ति मजबूत होती है. 
6- प्राकाम्य: इस सिद्धि को प्राप्त कर लेने से हर प्रकार की कामनाओं को पूर्ण करने की शक्ति प्राप्त होती है.
7- वशित्व: इस सिद्धि के माध्यम से किसी को भी वश में किया जा सकता है. 
8- ईशित्व: इस सिद्धि को पाकर इष्ट सिद्धि और एशवर्य की प्राप्ति होती है.


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