Hast Rekha : हाथ की रेखाओं में इंसान की सफलता और असफलता का राज छिपा होता है. व्यक्ति जीवन में कितनी सफलताएं है इसकी भी जानकारी मिलती है. समय रहते अगर इन रेखाओं को समझ लिया जाए तो जीवन में मिलनी वाली सफलताओं की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ जाती है.


हाथ की हथेली पर सफलता और असफलता के लिए रेखाओं के साथ साथ गुरु, शनि और शुक्र पर्वत की स्थिति भी बहुत अहम भूमिका निभाती है. जिन हाथों में अच्छी भाग्य रेखा के साथ गुरु, शनि और शुक्र पर्वत उठे हुए होते हैं वे सफलता पाते ही पाते हैं.


गुरु पर्वत की स्थित


हाथ में गुरु पर्वत तर्जनी उंगली के पास होता है. जहां से तर्जनी उंगली का आरंभ होता है वहीं पर गुरु पर्वत की स्थिति दिखाई देती है. इस क्षेत्र को गुरु पर्वत का क्षेत्र भी कहा जाता है. अगर ये पर्वत ऊंचा उठा हुआ होता है तो व्यक्ति को जीवन में उच्च पद प्राप्त होता है.


शनि पर्वत की स्थिति


हाथ में इस पर्वत का स्थान मध्यमा उंगली के आरंभ से माना जाता है. यह पर्वत जब ऊंचा उठा होता है तो ऐसे व्यक्ति जिस क्षेत्र में भी होते हैं वे वहां पर सर्वोच्च स्थान पर पहुंचते हैं. ऐसे लोग अच्छे अधिकारी, नेता, मंत्री,जज और व्यापारी होते हैं.


शुक्र पर्वत की स्थिति


अंगूठे के नीचे वाला भाग शुक्र पर्वत का स्थान कहलाता है. जिस हाथ में शुक्र पर्वत का वलय बड़ा और ऊंचा उठा होता है ऐसे लोगों के जीवन में सुख सुविधाओं की कोई कमी नहीं रहती है. ऐसे लोग लग्जरी लाइफ जीते हैं.


तीनों पर्वत की अच्छी स्थिति से सफलता का योग बनता है


हाथ में जब गुरु,शनि और शुक्र पर्वत की स्थिति अच्छी होती है तो व्यक्ति को उच्च पद प्राप्त होता है. ऐसे व्यक्ति समाज में बहुत सम्मान पाते हैं. गुरु पर्वत का संबंध जहां शिक्षा से है वहीं शनि का कार्यकुशलता से है. व्यक्ति की जब शिक्षा अच्छी होती है तो उसमें समझदारी का स्तर भी अच्छा होता है. शनि पर्वत शिक्षा का लाभ व्यक्ति को दिलाने में सहयोग करता है. शनि व्यक्ति को कर्मठ बनाता है. शिक्षा और कर्मठता जिस व्यक्ति के जीवन होती है वह अच्छा जीवन व्यतीत करता है. शुक्र सुख सुविधाओं की कमी को दूर करता है. सफलता दिलाने में इन तीनों पर्वतों का अच्छी स्थिति में होना बहुत जरूरी है.


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