Himachal Political Crisis: सुखविंदर सिंह सुक्खू और जयराम ठाकुर के बीच शुरू हुई राजनीति जंग, क्या सुक्खू बचा पाएंगे कुर्सी?
Himachal Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू और जयराम ठाकुर बीच सियासी जंग जारी है. ज्योतिष से जानें सुक्खू की जन्म कुंडली और शपथ कुंडली में बने योग क्या उनकी कुर्सी बचा पाएंगे.
Himachal Political Crisis: इंटरनेट पर उपलब्ध आधिकारिक सूचनाओं के अनुसार सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) का जन्म 26 मार्च 1964 को दोपहर 02 बजकर 26 मिनट पर हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के नादौण में हुआ है. सुखविंदर सिंह सुक्खू जी की जन्म कुंडली कर्क लग्न और सिंह राशि की बनती है जिसमें षष्टम भाव ने केतु, अष्टम भाव में शनि, नवम भाव में सूर्य बुध मंगल, दशम भाव में बृहस्पति शुक्र तथा द्वादश भाव में राहु है.
शपथ कुण्डली 11 दिसम्बर 2022 दोपहर 01 बजकर 50 मिनट पर शिमला की है जोकि मीन लग्न की है तथा लग्न में दिग्बली और स्वराशि का बृहस्पति हंस महापुरुष राजयोग बना रहा है.
कुर्सी के लिए जंग, लेकिन खतरा नहीं
दोनों कुंडलियों में कुर्सी जाने की सम्भावना नहीं लगती है क्योंकि शपथ कुण्डली में दशमेश ही लग्न में है जोकि अपने आप में ही सरकार से जोड़कर रखने वाला ख्याति योग बना रहा है. ऐसे योग में व्यक्ति को ख्याति मिलती है. जिस प्रकार सुखविंदर सिंह सुक्खू के सामने अचानक ही कुर्सी पर खतरा मंडरा गया है, वो एक असाधारण स्थिति है लेकिन दशमेश का लग्न में होना इस स्थिति को संभाल लेगा.
उस प्रकार लग्न कुण्डली में देखें तो दशमेश मंगल भाग्य भाव में है और धर्मकर्माधिपति राजयोग बना रहा है, मंगल अस्त है इसलिए सुक्खू जी को बहुत लम्बे संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री पद मिला. दशम भाव में भाग्येश बृहस्पति और लाभेश शुक्र का होना, तथा मंगल बृहस्पति के बीच स्थान परिवर्तन होना राजसत्ता जाने के योग नहीं बना रहा है. अष्टम भाव में शनि कुम्भ राशि में है जिसकी तीसरी नीच दृष्टि दशम भाव पर है जिसके कारण सुक्खू के सामने कुर्सी पर इतना बड़ा संकट आ गया कि इस्तीफा देने तक कि सम्भावना पैदा हो गई.
शनि सप्तम और अष्टम भाव का स्वामी है और वर्तमान के गोचर में 18 मार्च 2024 तक अस्त चल रहा है. “भावात भावम” का सूत्र लगाकर देखने पर “दशम से दशम” अर्थात सप्तम भाव के स्वामी का अस्त हो जाना राजसत्ता में परेशानी दर्शाता है जोकि सुक्खू की वर्तमान स्थिति से स्पष्ट होता है. 18 मार्च 2024 तक सुक्खू के लिए संघर्षकारी समय रहेगा उसके बाद हालत सुधर जाएंगे लेकिन कुर्सी जाने की संभावना नहीं है.
जयराम ठाकुर की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण
वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (jairam thakur) की मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है जिसने जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री के पद से नीचे उतार दिया. जयराम ठाकुर को दोबारा कुर्सी मिलने की सम्भावना नहीं है. यदि किसी प्रकार कुर्सी मिल भी गई तो 2025 तक दोबारा कुर्सी छोड़ने जैसे हालात पैदा हो जाएंगे.
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