Kartik Maas 2022: कार्तिक मास को उत्तम मास भी कहा गया है. इस मास में भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा, उपासना से विशेष कृपा मिलती है. जीवन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
कार्तिक मास का अपना धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है. इस मास में जो लोग अनुशासन का पालन करते हैं और श्रेष्ठ कार्य करते हैं, उनकी सभी कष्टों को श्रीहरि हर लेते हैं. इसके साथ नियमों का पालन करने वालों को उत्तम स्वास्थ्य भी प्राप्त होता है.
माना जाता है कि जो लोग कार्तिक मास में ये चार कार्य करते हैं, उन पर भगवान विष्णु का विशेष आशीर्वाद रहता है. ये 4 कार्य कौन से हैं? आइए जानते हैं-
स्नान (Snan) - पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में ऐसा वर्णन मिलता है, जिसमें बताया गया है कि हिंदू पंचांग के कार्तिक मास में पवित्र नदी में स्नान करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है. कार्तिक मास में यमुना नदी की विशेष पूजा की जाती है. इसके साथ ही कार्तिक मास में यम द्वितीया के दिन यमुना स्नान करना विशेष शुभ माना गया है.
तुलसी पूजा (Tulsi Puja 2022)- कार्तिक के महीने में तुलसी पूजा का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है. कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर तुलसी विवाह किया जाता है. माना जाता है कि तुलसी पूजन से जीवन में सुख समृद्धि आती है.
दीपदान (Deepdan 2022)- धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक के महीने में सायंकाल के समय में पवित्र नदी या तुलसी के समीप दीपदान करना चाहिए. दीपदान करने से जीवन में सकारात्मकता आती है. देवताओं का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
आंवला पूजन (Amla Puja 2022)- आयुर्वेद में आंवला को एक गुणकारी औषधि माना गया है. कार्तिक के महीने में आवंला के वृक्ष की विशेष पूजा की जाती है. श्रेष्ठ औषधि होने के कारण आंवला का धार्मिक महत्व भी है. मान्यता है कि आंवला के वृक्ष को भगवान शिव और भगवान विष्णु का प्रतीक मानकर लक्ष्मी जी ने पूजा की थी.
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