Jyotish Vidya: ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. जब जॉब और व्यापार में मुश्किल आने लगे या फिर अचानक स्थितियां बिगड़ने लगे तो समझ जाना चाहिए कि जन्म कुंडली में बैठे ग्रह अशुभ फल देने लगें हैं. ग्रहों की चाल बदलती रहती हैं. ग्रहों की चाल बदलने से सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है. जन्म के समय कुंडली के 12 भावों में बैठे ग्रह जब दूसरे ग्रहों के संपर्क में आते हैं तो इससे बने वाले शुभ-अशुभ योग व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं.


जॉब में आने वाली बाधा
व्यक्ति जहां पर जॉब करता है वहां के बॉस का यदि सहयोग मिलना बंद हो जाए या फिर बॉस की लगातार डांट मिलने लगे तो ऐसा सूर्य के अशुभ होने के कारण होता है. सूर्य अशुभ या कमजोर होने पर बॉस की नाराजगी का कारण बन जाता है. उच्चाधिकारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त नहीं होता है. सूर्य की अशुभता को दूर करने के लिए सुबह स्नान करने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं. जल में लाल चंदन मिलाने से इसके फल अधिक शुभ आते हैं. पिता का आर्शीवाद प्राप्त करें. गुरु के अशुभ होने से भी जॉब में कभी कभी दिक्कतें आती हैं. इसके लिए बड़ों का सम्मान करें और उनका आर्शीवाद प्राप्त करना चाहिए. भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए.


व्यापार में आने वाली बाधाएं
व्यापार में कठोर परिश्रम करने के बाद सफलता न मिले. हानि पर हानि होने लगे और कोई भी नया कार्य सफल न हो तो समझ लेना चाहिए कि शनि और राहु-केतु अशुभ फल दे रहे हैं. इन ग्रहों की शांति के उपाय कराने चाहिए. शनि एक न्याय प्रिय ग्रह है. इसलिए अनुचित कार्यों से परहेज करना चाहिए. अपने कर्मचारियों और सहयोगियों को सम्मान की नजर से देखना चाहिए. छोटे कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखना चाहिए. ऐसा से करने व्यापार में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद मिलती है. हनुमान जी की पूजा करने से शनि की अशुभता दूर होती है.


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