Angarak Yog: ज्योतिष शास्त्र में सबसे खतरनाक योगों में से एक है अंगारक योग, बचने के लिए करें ये उपाय
Angarak Yog 2021: वृष राशि में वर्तमान समय में मंगल ग्रह और राहु की युति से अंगारक योग बना हुआ है. अंगारक योग को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ योग माना गया है.
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Angarak Yog In Kundali In Hindi: वृष राशि में इस समय अंगारक योग बना हुआ है. जो मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन के बाद ही समाप्त होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब मंगल और राहु का आपस में संबंध बनता है तो अंगारक योग का निर्माण होता है. वृषभ राशि में बनने वाले अंगारक योग का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा. इसलिए सभी राशियों को इस योग के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए उपाय करने चाहिए. चूंकि अंगारक योग वृष राशि में बन रहा है, तो इसका सबसे अधिक प्रभाव वृष राशि पर ही देखने को मिलेगा. वहीं जिन लोगों की जन्म कुंडली में मंगल और राहु अशुभ स्थिति में है, उन्हें सावधान रहने की जरूरत है.
अंगारक योग कब समाप्त होगा? ज्योतिष गणना के अनुसार मंगल ग्रह 22 फरवरी 2021 को प्रात: 5 बजकर 02 मिनट पर वृष राशि में आए थे. मंगल 14 अप्रैल 2021 को प्रात: 01बजकर 16 मिनट पर वृष राशि से निकल कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. मंगल के मिथुन राशि में प्रवेश करते ही राहु के साथ बनने वाला अंगारक योग समाप्त हो जाएगा.
अंगारक योग का फल अंगारक योग के कारण व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता और क्रोध की स्थिति बढ़ जाती है. व्यक्ति बात-बात पर भड़क उठता है और कभी-कभी हिंसा करने पर भी आतुर हो जाता है. मंगल को उग्र ग्रह माना गया है. मंगल को ग्रहों में सेनापति माना गया है. लेकिन जब ये राहु के साथ आ जाता है तो व्यक्ति क्रोध में गलत कदम उठा लेता है. अंगारक योग के दौरान अग्नि और वाहन आदि के प्रयोग में भी सावधानी बरतनी चाहिए. वहीं वाद विवाद से भी दूर रहना चाहिए. बड़े भाइयों को नाराज नहीं करना चाहिए.
इसके साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए- - नशा आदि नहीं करना चाहिए. - गलत संगत से दूर रहें. - भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. - मन को शांत रखने के लिए अध्यात्म से जुड़ना चाहिए. - नकारात्मक विचारों से दूरी बनाकर रखें. - वाणी में मधुरता बनाएं रखें. - सभी के साथ विनम्रता से पेश आएं.
इस मंत्र का एक माला जाप करें ओम अंग अंगारकाय नम:
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