कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता कि शनि, राहु और केतु का प्रभाव उस पर पड़े. वह हमेशा इससे बचने के उपाय ढूंढता रहता है. आपको बता दें कि राहु की सरस्वती जी और केतू के भगवान गणेश जी हैं. सरस्वती और गणेश जी की पूजा करने से राहु और केतू के प्रभाव से बचे रह सकते हैं.


वहीं शनि की बात करें तो शनि के देवता भैरवजी हैं. यहां आपको जानकारी दे दें कि शरीर में राहु केतू का स्थान निश्चित है. राहु सिर तो केतू का स्थान शरीर में धड़ होता है.


ऐसे में शनि, राहु या केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए, आइए जानते हैं..



-अगर राहु भारी हो तो आपको इससे छुटकारा सिर पर चोटी रखकर मिल सकता है. इसके अलावा राहु का प्रभाव कम करने या इससे बचने के लिए भोजन भोजनकक्ष में ही करनी चाहिए. इसके अलावा सुबह किसी मंदिर में दान देने से भी राहु का प्रभाव कम होता है.


-इसी तरह अगर केतु की मार आप झेल रहे हों तो भगवान गणेश की पूजा जरूर करें. कुत्ते को रोटी खिलाने से भी केतु का प्रभाव कम होता है.


-अगर शनि आप पर भारी हैं तो इसका भी उपाय है. आपको भैरवजी की पूजा करनी होगा. इसके अलावा किसी भी तरह की बुराई से बचना होगा.अपने दांत, बाल शरीर आदि साफ रखें. कौवे को रोटी खिलाएं.