आजकल घरों में बेसमेंट बनाने का चलन बढ़ा है. खासकर जगह की कमी के कारण लोग घर में बेसमेंट बनवा लेते हैं. लेकिन ऐसा करते वक्त लोग वास्तु के नियमों की परवाह नहीं करते हैं लेकिन यह नुकसानदायक हो सकता है.
बात अगर बेसमेंट की करें तो तलघर प्राचीन वास्तु शास्त्र का अंग रहा है. बेसमेंट बनवाने के लिए कई सावधानियां बरतनी चाहिए. जानें क्या कहते हैं वास्तु के नियम-
- घर में अगर बेसमेंट बनवाना हो तो यह ध्यान रखें कि इसका निर्माण पूरे प्लॉट में नहीं करवाना चाहिए. प्लॉट के आधे क्षेत्र या इससे भी कम में ही बेसमेंट का निर्माण कराना चाहिए.
- उत्तर और पूर्व दिशा बेसमेंट को बनवाने के लिए सबसे सही रहती हैं.
- बेसमेंट का एंट्री गेट उत्तरी ईशान, पूर्वी ईशान, दक्षिण आग्नेय, पश्चिमी वायव्य में होना चाहिए.
- दक्षिण और पश्चिम दिशा में बेसमेंट कभी नहीं बनवाना चाहिए. यह परिवार के सदस्यों के लिए बहुत कष्टदायक होता है.
- अगर आपने ऐसा घर लिया जिसमें दक्षिण या पश्चिम दिशा में बेसमेंट बना है तो आप इसमें भारी सामान रखें या इसका गैराज के रूप में इस्तेमाल करें क्योंकि इन दोनों दिशाओ में भारी सामान रखना उचित माना गया है.
- बेसमेंट की सीढ़ियां ईशान कोण या पूर्व दिशा में होनी चाहिेए.
- बेसमेंट में सफेद, हल्का पीला,हरा या हल्का गुलाबी रंग का पेंट करवाना चाहिए और गहरे रंगों के इस्तेमाल से बचना चाहिए.
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