Predictions 2023, Planets Transit Effect, Astrological Analytics: नए साल यानी 2023 में ग्रहों एवं नक्षत्रों का राशि परिवर्तन कई महत्व पूर्ण घटनाओं को जन्म दे रहा है. भारत चीन तनाव, तीसरा विश्व युद्ध जैसी अन्य कई महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में साल 202 3 के लिए ज्योतिष क्या कहा रहा है? आइये जानें इसके बारे में ज्योतिषीय विश्लेषण.


ज्योतिषीय विश्लेषण (Astrological Analysis)


मौजूदा समय में भारत चीन सीमा विवाद एक बार फिर बढ़ता दिखी दे रहा है. रूस-यूक्रेन तनाव के साथ ही चीन ताइवान तनाव भी बढ़ रहा है. इसके अलावा खाड़ी देशों में भी लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. ज्योतिषीय विषय के जानकारों का मानना है. कि इन सब पर ग्रहों का प्रभाव है.  


ज्योतिष में शनि और गुरु बेहद महत्वपूर्ण ग्रह माने जाते हैं इनका प्रभाव देश दुनिया पर सबसे अधिक पड़ता है. राहु को मायावी ग्रह कहा जाता है. इनके प्रभाव से जनता भ्रमित होती है. मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना गया है. ये आक्रोश के कारक हैं. मौजूदा समय में पाप गढ़ कहे जाने वाले राहु क्रूर ग्रह के घर में विराजमान हैं. जिसके प्रभाव से पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन किये जा रहें हैं.


एस्ट्रोलॉजर रुचि शर्मा के मुताबिक देवगुरु बृहस्पति मीन राशि में संचरण कर रहें हैं लेकिन उन पर न्याय के देवता शनि की दृष्टि पड़ रही है. शनि कुंभ राशि की ओर बढ़ रहें हैं. नए साल  में 17 जनवरी को शनि कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे. ज्योतिष के नियमानुसार कुछ महीने पहले से ही शनि गोचर के फल दें लगते हैं. ज्योतिष की गणना के मुताबिक, शनि जब कुंभ में प्रवेश कर जायेंगे तो उनकी नीच की दृष्टि मायावी ग्रह राहु पर होगी.


अप्रैल 2023 में गुरु भी मंगल की राशि में विराजमान होकर खतरनाक योग चांडाल योग का निर्माण करेंगे. चांडाल योग से पूरी जनता परेशान रहेगी.  ऐसे में दिसंबर 2022 की चीन भारत का तनाव नए साल 2023 की घटनाओं का एक ट्रेलर भी हो सकता है. ज्योतिषीय विश्लेषकों का मानना है कि ग्रहों के योग से ऐसा लगा रहा है कि साल 2023 में दुनिया किसी भीषण युद्ध से ग्रस्त हो सकती है. 


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