नीतीश बनेंगे किंग मेकर? कुंडली से जानें किसके हैं 'सुशासन बाबू'
इंडिया और एनडीए की जंग में अब निर्णायक भूमिका पूरी तरह से क्षेत्रिय दलों के क्षत्रपों के हाथ में आती दिख रही है. सत्ता के सिंहासन पर कौन बैठेगा और किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला देश की बड़ी बड़ी पार्टियां नहीं बल्कि डबल डिजिट से भी कम सीट लाने वाले दल करने जा रहे हैं?
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections Result) के नतीजे ने सभी को चौंका दिया है. अभी तक के नतीजों से किसी को स्पष्ट बहुमत मिलता प्रतीत नहीं हो रहा है, ऐसे में बीजीपी और कांग्रेस ने अन्य दलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. यदि किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो ऐसे दलों की नेताओं की भूमिका सत्ता की चाबी दिलाने में बेहद अहम हो जाएगी.
नतीजों के बीच अचानक से नीतीश कुमार के नाम की चर्चा अचानक से तेज हो गई है. ताजा जानकारी के अनुसार इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A.) ने दिया नीतीश कुमार को उप-प्रधानमंत्री बनाने का ऑफर दिया है. वहीं जो फिलहाल ताजा नतीजों में एनडीए (NDA) 299 सीटों पर आगे चल रही है उसने भी नीतीश कुमार से संपर्क किया है.
ऐसे में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के दिमाग में क्या चल रहा है, और उनका अगला कदम क्या हो सकता है? उनकी कुंडली से जानने की कोशिश करते हैं-
नीतीश कुमार की कुंडली (Kundli)
इंटरनेट पर उपलब्ध कुंडली के अनुसार नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को दोपहर 1:20 पर बख्तियारपुर में हुआ है. उनकी कुंडली मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि की है.
कुंडली के भाग्य स्थान में सूर्य, बृहस्पति, राहु और बुध बैठे हैं, जहां पर वर्तमान में शनि वक्री (Shani Vakri) होकर गोचर कर रहे हैं. कुंडली के 11वें भाव में बृहस्पति यानि गुरु और राहु का गोचर हो रहा है.
कुंडली में शनि (Shani Dev) चौथे भाव और मंगल 10वें भाव में शुक्र ग्रह के साथ विराजमान हैं. चतुर्थ भाव के शनि सत्ता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. शनि की चाल बेहद धीमी है, शनि जो भी देता है लंबे समय तक देता है. यही कारण है कि वे बिहार के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री (CM) हैं.
मंगल ग्रह छठे भाव के स्वामी होकर दशम भाव में मित्र राशि मीन में बैठे हैं जो उन्हें मजबूत बनाते हैं और अपने जीवन में संघर्ष के बाद जीवन में अच्छी सफलता प्रदान करने में सक्षम हैं.
4 जून 2024 की ग्रह दशाओं को देखें तो इस दिन ग्रहों की चाल प्रमुख दलों के नेताओं के बीच नीतीश की स्थिति को असरदार बना रही है.
सप्तम भाव के स्वामी होकर बृहस्पति, राहु और केतु के प्रभाव में हैं और सूर्य और बुध ग्रह के साथ है. इस कारण से ये कई बार अलग-अलग तरह से गठबंधन करके सरकार बना लेते हैं.
इस बार भी कुछ ऐसा ही दिख रहा है. लेकिन इस बार ग्रहों की चाल उन्हें बहुत सोच समझकर निर्णय लेने के लिए प्रेरित कर रही है. 29 जून 2024 को शनि वक्री (Shani Vakri 2024) हो रहे हैं, उससे पहले 6 जून को शनि जयंती (Shani Jayanti 2024) है.
शनि (Shani Dev) का संबंध ईमानदारी, अनुशासन, निष्ठा, न्याय आदि से भी है. शनि की प्रकृति से विपरीत जाने से नुकसान भी हो सकता है. वर्तमान में 29 जून तक ग्रहों की स्थिति को देखते हुए उनके कद में वृद्धि हो सकती है.
नीतीश की कुंडली में प्रबल राजयोग
नीतीश कुमार की कुंडली (Kundli) बेहद मजबूत है, जो उन्हें बार-बार उच्च पद की प्राप्ति कराती है. गुरु, सूर्य का संयोग बुध के साथ होने के कारण और शनि के चौथे भाव में होने से और चतुर्थेश बुध का नवमेश शनि से राशि परिवर्तन होने के कारण बनने वाला बड़ा राजयोग (Rajyog) बना हुआ है, यही कारण है समय समय पर उनके पास अवसर भी आते रहते हैं.
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