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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इन 8 आदतों को तुरंत छोड़ देने में है भलाई, शास्त्रों में इन्हें बताया गया है विनाश का कारण
कई बार हम कुछ ऐसी आदतों का शिकार हो जाते हैं जिनकी वजह से हमारी खुशियां जीवन से चली जाती हैं. हिंदू शास्त्रों में कुछ आदतों को दुर्भाग्य का कारण माना गया है.
हिंदू शास्त्र जीवन के लिए कई अनमोल शिक्षाएं देते हैं जिनका पालन करके हम एक सुखी जीवन जी सकते हैं. हर कोई अपने जीवन में धन, यश, वैभव, चाहता है. लेकिन कई बार हम कुछ ऐसी आदतों का शिकार हो जाते हैं जिनकी वजह से हमारी खुशियां जीवन से चली जाती हैं.
हिंदू शास्त्रों में कुछ आदतों को दुर्भाग्य का कारण माना गया है. इन आदतों को तुरंत त्याग देना चाहिए. जानते हैं वे बुरी आदतें कौन सी हैं-
- कोई मनुष्य सुविधा संपन्न होते हुए भी यदि जरूरतमंदों को दान नहीं करता है तो निश्चित रूप से कुछ समय बाद उसका धन नष्ट हो जाता है.
- आलस्य को मनुष्य का शत्रु है. इसे तुरंत त्याग देना चाहिए. मान्यता है कि कि आलसी व्यक्ति के यहां कभी लक्ष्मी नहीं टिकती हैं. आलसी व्यक्ति के पास जो धन पहले से होता है, वह भी नाश हो जाता है.
- शास्त्रों के अनुसार यदि धन की इच्छा हो तो कभी भी दिन में नहीं सोना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि दिन में सोने वाले व्यक्ति के घर में भी मां लक्ष्मी कभी नहीं टिकती हैं.
- दुनिया के सभी धर्मों में क्रोध को मनुष्य के नाश का कारण बताया गया है. जो व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू नहीं कर सकता उसे बर्बादी से कोई नहीं रोक सकता है.
- यदि आपके पास धन है तो कभी भी उसका घमंड न करें. धन का घमंड भी विनाश का कारण है.
- शास्त्रों के अनुसार ईर्ष्या इंसान की प्रगति में एक बड़ी बाधा है. किसी से जलन व्यक्ति के नाश का कारण बनती है.
- शास्त्र कहते हैं कि संतोषी स्वभाव दुनिया का सबसे बड़ा सुख है. इसलिए व्यक्ति को लालची नहीं होना चाहिए.
- शास्त्र कहते हैं स्त्रियों के प्रति सम्मान का भाव नहीं रखने वाला व्यक्ति भी विनाश को प्राप्त होता है.
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