Marriage: सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति यानि गुरु ग्रह अब वक्री से मार्गी हो चुके हैं. गुरु का विवाह का कारक माना गया है. जब ये वक्री अवस्था में होते हैं तो इनकी शुभता में कमी आ जाती है. यही कारण है कि इस स्थिति में महत्वपूर्ण मांगलिक कार्यों को करने से लोग परहेज करते हैं, लेकिन अब गुरु मार्गी हों चुके हैं. पंचांग के अनुसार गुरु मीन राशि में 24 नवंबर को मार्गी हो चुके हैं. ऐसे में जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही है. वे ये उपाय कर सकते हैं. पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार आइए जानते हैं शीघ्र विवाह के उपाय-


शीघ्र विवाह मंत्र (Marriage Mantra in Hindi)


पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्.
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम.


यह मंत्र दुर्गा सप्तशती से उदघृत है. विवाह की कामना करने वाले पुरुष जातकों को स्नान के बाद 11 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे उनकी कामना पूर्ण होगी.



  • ॐ गं गणपते नमः (Ganesh Mantra)
    इस मंत्र को जपने से पहले बुधवार को पीतल से बनी श्री गणेश की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवाकर पंचोपचार विधि से पूजन करें. उसके बाद 21 बार इस मंत्र का जाप करें, जाप के बाद पंचामृत को पीपल के पेड़ में चढ़ाएँ. यह जल्दी विवाह होने का अहम उपाय है.

  • ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा
    मंगलवार के दिन लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा को घर में स्थापित करें उसके बाद पंचोपचार विधि से पूजन के उपरांत इस मंत्र का 21 बार जाप करें.

  • ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः
    सोमवार को शिवमंदिर में पाँच नारियल चढ़ाकर इस मंत्र की 5 बार माला फेरें. ध्यान रखें, यह मंत्र विशेष रूप से कन्याओं के लिए है.

  • क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा
    इस मंत्र का 108 बार जाप करने से अविवाहित कन्या अथवा वर का शीघ्र विवाह संपन्न हो जाता है. इस मंत्र का जाप करने से भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

  • ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों सरू गुरुवे नमः
    प्रत्येक गुरुवार के दिन इस मंत्र को उच्चारित करते हुए पाँच बार माला फेरें. इससे अविवाहित जातकों का विवाह शीघ्र होता है.


Vivah Upay: शीघ्र विवाह के जानें आसान और प्रभावशाली उपाय, लक्ष्मी जी का ये व्रत दूर करता है अड़चनें


वैदिक ज्योतिष तथा हिंदू धर्म में शीघ्र विवाह के कई उपाय बताये गये हैं. विवाह योग्य जातक व्रत रखकर, ईश्वर भक्ति करके भी विवाह की मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं. वैदिक ज्योतिष में विवाह के लिए निम्न व्रत बताए गए हैं-



  1. बृहस्पतिवार व्रत (Thursday vrat )- शीघ्र विवाह के उपाय के तौर पर गुरुवार, के दिन व्रत रखने से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं. विशेषकर स्त्रियों के लिए यह व्रत शुभ फलदायी माना गया है. इस व्रत को धारण करने से मन की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. इस व्रत को विवाह योग्य वर अथवा कन्या अपने शीघ्र विवाह के लिए रखते हैं.

  2. सोलह सोमवार व्रत (Solah Somvar Vrat)- सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित है. यह जल्दी विवाह होने का अचूक उपाय माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि सोलह सोमवार का व्रत पूरे विधि-विधान के साथ करने से सारी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं. अतः विवाह योग्य जातक इस व्रत का पालन कर अपनी विवाह की इच्छा पूर्ण कर सकते हैं.

  3. वैभव लक्ष्मी व्रत (Vaibhav Laxmi Vrat)
    वैभव लक्ष्मी व्रत सोमवार को रखा जाता है, इस व्रत को स्त्री-पुरुष दोनों ही कर सकते हैं. इससे घर में मां लक्ष्मी जी का वास होता है, जीवन में सुख-समृद्धि आती है. अविवाहित कन्या अथवा वर इस व्रत का पालन कर, मां लक्ष्मी से अपने लिए जीवनसाथी का वरदान मांग सकते हैं.


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