Janmashtami 2021: आज यानि 30 अगस्त 2021 को जन्माष्टमी का पर्व है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं. भगवान विष्णु ने ही अमृत पी लेने के बाद स्वरभानु नाम के राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया था. यही राक्षस अमृत की कुछ बूंदे पी लेने के कारण अमर हो गया है. पौराणिक कथा के अनुसार सिर वाला हिस्सा राहु और धड़ केतु कहलाया.


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा, राहु और केतु के संपर्क में आता है. तो ग्रहण योग का निर्माण होता है. ग्रहण को शुभ नहीं माना गया है. पौराणिक कथा के अनुसार चंद्रमा और सूर्य ने ही भगवान विष्णु को स्वरभानु के अमृत पीने की सूचना दी थी. जिसका बदला लेने के लिए राहु और केतु समय-समय पर चंद्रमा और सूर्य को ग्रहण लगाते हैं. पंचांग के अनुसार 30 अगस्त और 31 अगस्त 2021 को वृषभ राशि में ग्रहण योग बना है. वर्तमान में वृषभ राशि में राहु गोचर कर रहा है. यहां पर चंद्रमा का प्रवेश हो चुका है. चंद्रमा के वृषभ राशि में आते ही ग्रहण योग बन गया है.


ग्रहण योग का फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी चंद्रमा और राहु की युति बनती है यानि ये दोनों ग्रह साथ आते हैं तो ग्रहण का निर्माण होता है. ग्रहण के कारण चंद्रमा की शक्ति क्षीण हो जाती है और वो अपने शुभ फल प्रदान नहीं कर पाता है. चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है. चंद्रमा पर ग्रहण लगने से व्यक्ति को मानसिक परेशानी, तनाव, विवाद, अज्ञात भय लगा रहता है.


नकारात्मक विचार आने लगते हैं.
वृषभ राशिफल- ग्रहण योग आपकी राशि में बना है, इसलिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. 31 अगस्त 2021 को रात्रि 11 बजकर 12 मिनट तक ग्रहण योग रहेगा. इस दौरान मन में नकारात्मक विचारों को न आने दें. तनाव और वाद विवाद की स्थिति से बचें. इस दौरान नशा आदि न करें. गलत संगत का त्याग करें और धन के प्रयोग में सावधानी बरतें. भगवान श्रीकृष्ण और भगवान शिव की पूजा करें, लाभ प्राप्त होगा.


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