Rahu And Ketu: मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या समेत कोई भी राशि हो, यदि राहु और केतु शुभ नहीं हैं तो व्यक्ति को परेशानियां उठानी पड़ती है. राहु-केतु जब अशुभ होते हैं तो जॉब, बिजनेस, स्वास्थ्य, परिवार से संबंधित दिक्कतें पैदा करते हैं.


राहु और केतु के अशुभ फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु के अशुभ होने का पता लगाया जा सकता है. लेकिन इसके लिए थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है. ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है. सिर राहु है और सिर के नीचे का हिस्सा केतु है. केतु के पास अपना दिमाग नहीं है. वहीं राहु के पास हाथ और पैर नहीं है.


जॉब: नौकरी आदि में जब बाधा आने लगे तो समझ लें कहीं न कहीं राहु और केतु गड़बड़ कर रहे हैं. जैसे जब नौकरी मिलने में परेशानी आने लगे. या नौकरी जाने का खतरा मंडराने लगे. ऑफिस में लोग जब षड्यंत्र रचने लगें. या ऑफिस में काम करने में बाधा उत्पन्न होने लगे. ये सब यदि महसूस होने लगे तो राहु या केतु में से कोई एक ग्रह नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है.


व्यापार: बिजनेस यानि व्यापार में जब हानि होने लगे. अचानक नुकसान होने लगे. धन का व्यय शुरू हो जाए और धन की अचानक से कमी महसूस होने लगे और कोई रास्ता नजर न आए तो, ऐसी स्थिति भी राहु और केतु के कारण पैदा होती है.


राहु केतु का उपाय
ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु जीवन में जब भी कुछ करते हैं तो अचानक करते हैं. इन ग्रहों के कारण ही कभी कभी इंसान अचानक राजा से रंक और रंक से राजा बन जाता है. राहु-केतु बहुत ही प्रभावी ग्रह हैं इसलिए इन्हें शुभ बनाए रखना बहुत ही जरूरी होता है. राहु और केतु जब अशुभ होने पर व्यक्ति की संगत गलत हो जाती है. व्यक्ति नशा आदि करने लगता है. मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं. इसलिए इन चीजों से बचना चाहिए.


राहु उपाय: राहु के बीजमंत्र ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: का जाप करें. घर में राहु यंत्र की स्थापना करें. शनिवार के दिन व्रत रखें. कौए को मीठी रोटी दें, निर्धन और जरूरमंद लोगों को दान दें. निर्धन कन्या की शादी में योगदान दें.


केतु उपाय: केतु के बीजमंत्र ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम: का जाप करें. केतु यंत्र घर या प्रतिष्ठान में स्थापित करें. कम्बल, तिल, भूरे रंग की वस्तुओं का दान करें. गाय की सेवा करें. गरीबों की मदद करें. बुराई और गलत आदतों से बचें.


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