Shani Dev: आषाढ़ के पहले शनिवार को बन रहा है 'शनि' पूजा का विशेष संयोग, इन राशियों को उठाना चाहिए लाभ
Shani Dev, Ashadh 2022 :आषाढ़ का महीना 15 जून 2022 से आरंभ हो रहा है. आषाढ़ का पहले शनिवार को शनि देव को प्रसन्न करने का विशेष संयोग बन रहा है.
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Shani Dev, Ashadh Month 2022 : शनि के प्रकोप से बचने और शनि देव का आशीर्वाद पाने का जल्द ही उत्तम संयोग बनने जा रहा है. वर्तमान समय में 5 राशियों पर शनि की विशेष दृष्टि है. कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है, वहीं मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है.
शनि नाराज हैं, ऐसे लगाएं पता
शनि जब नाराज होते हैं तो मनुष्य का जीवन कष्ट और बाधाओं से भर देते हैं. नित नई परेशानियां जीवन का हिस्सा बन जाती है. व्यक्ति इनसे बुरी तरह से परेशान हो जाता है, उसका आत्मविश्वास भी टूटने लगता है. उम्मीद की कोई किरण भी नजर नहीं आती है. इसलिए शनि देव को प्रसन्न रखना चाहिए. शनि जब प्रसन्न होते हैं तो व्यक्ति जीवन में अपार सफलताएं प्राप्त करता है.
आषाढ़ मास में शनि देव की पूजा
पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास का आरंभ 15 जून 2022, बुधवार से हो रहा है. शनि देव की पूजा के लिए आषाढ़ का महीना अच्छा माना गया है. आषाढ़ मास में नियम और अनुशासन का पालन करते हुए शनि देव की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं.
आषाढ़ मास का पहला शनिवार
पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास का पहला शनिवार 18 जून 2022 को पड़ रहा है. इस दिन पंचमी की तिथि और श्रवण नक्षत्र रहेगा. विशेष बात ये है कि श्रवण नक्षत्र के स्वामी स्वयं शनि देव है. इस दिन चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेगा. मकर राशि के स्वामी भी शनि देव ही हैं. ये सब स्थितियां इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शुभ संयोग का निर्माण कर रही है. इस दिन शनि मंदिर में शनि चालीसा और शनि आरती का पाठ करें. शनि से जुड़ी चीजों का दान करें. आषाढ़ मास में काला छाता का दान सबसे उत्तम माना गया है. इस दिन राहु काल प्रात: 8 बजकर 52 मिनट से प्रात: 10 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. राहु काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
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