Jupiter: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. इन्हें देवगुरु कहा जाता है. वैज्ञानिक दृष्टि से बृहस्पति ग्रह सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है. सूर्य से दूरी के क्रम में यह पांचवें स्थान पर है. बृहस्पति ग्रह (जुपिटर) 59 साल बाद पृथ्वी के सबसे नजदीक आये हैं. यानी इस दौरान पृथ्वी और बृहस्पति ग्रह के बीच की दूरी सबसे कम थी.


यह दुर्लभ घटना 26 सितंबर 2022 को घटित हुई. वैज्ञानिकों के अनुसार, इसके बाद यह दुर्लभ संयोग 107 साल बाद वर्ष 2129 में बनेगा.


इस दुर्लभ घटना के समय दोनों ग्रहों के बीच दूरी कितनी थी?


अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक, इस दुर्लभ घटना के समय बृहस्पति और पृथ्वी के बीच की दूरी 59.1 करोड़ किलोमीटर थी. जानकारी के लिए बता दें कि बृहस्पति जब पृथ्वी से सबसे दूर होता है, उस समय इनके बीच की दूरी 96.5 करोड़ किलोमीटर होती है.


इस दुर्लभ घटना का इन राशियों को होगा लाभ


बृहस्पति ग्रह के पृथ्वी के सबसे निकट आने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर पडेगा. लेकिन इस दुर्लभ संयोग का विशेष लाभ मीन, धनु और कन्या राशि वाले लोगों को होगा. इसके प्रभाव से इन जातकों के व्यापार में वृद्धि होगी. व्यापार में ज्यादा मुनाफा मिलेगा. शेयर मार्केट में बढ़त दर्ज की जाएगी. सोने, चांदी, प्लैटिनम आदि जैसी धातुओं की कीमत में गिरावट आयेगी. इस दुर्लभ संयोग के असर से लोगों में धर्म के प्रति आस्था और भक्ति भावना में बढ़ोत्तरी होगी.  


मौसम पर क्या होगा असर?


बृहस्पति के पृथ्वी के सबसे नजदीक आने का असर मौसम पर भी पडेगा. दक्षिण भारत के राज्यों में, बिहार व पश्चिम बंगाल में अच्छी बारिश होने की संभावना है. ज्योतिषशास्त्रियों की मानें तो इस साल सूर्य और चंद्र ग्रहण के बीच अक्टूबर-नवंबर में भी अच्छी बारिश होने के संकेत हैं. अक्टूबर में लगने वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा जो कि 25 अक्टूबर को लगेगा.




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