Jupiter Transit 2022 : मीन राशि में होने जा रहा है गुरु का राशि परिवर्तन, ज्ञान और उच्च पद के कारक है 'गुरु'
Jupiter Transit 2022, Guru Gochar 2022 : गुरु राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. अप्रैल में गुरु का मीन राशि में कब गोचर हो रहा है, जानते हैं.
Jupiter Transit 2022 : ज्योतिष शास्त्र में गुरु को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. गुरु के बारे में माना जाता है कि ये सदैव शुभ फल ही प्रदान करता है. गुरु को बृहस्पति ग्रह भी कहा जाता है. इन्हें देव गुरु बृहस्पति भी कहा जाता है. बृहस्पति ग्रह को देवताओं को गुरु बताया गया है. यही गुरु अब राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं.
गुरु राशि परिवर्तन 2022 (Jupiter Transit 2022)
पंचांग के अनुसार गुरु अप्रैल के महीने में राशि बदलने जा रहे हैं. 13 अप्रैल 2022, बुधवार को दोपहर 4 बजकर 57 मिनट पर राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. इस दिन गुरु मीन राशि में राशि परिवर्तन करेंगे. गुरु का यह गोचर सभी राशि वालों को प्रभावित करेगा.
गुरु का स्वभाव (guru ka prabhav)
ज्योतिष शास्त्र में गुरु को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. गुरु की गिनती विशाल ग्रहों में की जाती है. गुरु का संबंध ज्ञान, उच्च शिक्षा, उच्च पद, विवाह, संतान, दान और धर्म से भी है. गुरु ग्रह से प्रभावित व्यक्ति गंभीर और विद्वान होता है. ऐसे लोगों को सम्मान प्राप्त होता है. ऐसे लोग दूसरों को भी ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं. वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरू को धनु और मीन राशि का स्वामी बताया गया है.
कर्क राशि वालों गुरु देते हैं शुभ फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु को कर्क राशि में उच्च् का माना गया है. यानि जब गुरु कर्क राशि में होते हैं तो ये उच्च के होते हैं. इस स्थिति में गुरु शुभ फल प्रदान करने वाले माने गए हैं. इसके साथ ही मकर राशि में गुरु को नीच का माना गया है. धनु और मीन राशि के स्वामी गुरु ही हैं. मीन राशि में गुरु को गोचर सभी राशियों को शुभ फल ही प्रदान करेगा.
गुरु इन तीन नक्षत्रों के स्वामी हैं
गुरु को पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी माना गया है. इन नक्षत्रों में होने पर गुरु शक्तिशाली होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं.
गुरु के उपाय (guru ke upay)
- शिव मंत्रों का जाप करें.
- गुरुवार को व्रत रखने से भी गुरु की शुभता बढ़ती है.
- गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करें और पीली वस्तुओं को अर्पित करें.
- गुरुजनों का सम्मान करें और उन्हें उपहार प्रदान करें.
- गुरु को प्रसन्न करने का मंत्र- ॐ बृं बृहस्पते नम:
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
Navratri 2022: पाकिस्तान का वो मंदिर जहां नवरात्रि में उमड़ती है माता के भक्तों की भीड़