Jyotish Upay : यह वर्ष 2021 अन्तिम दौर में है, 2022 के स्वागत के लिए हम सभी बहुत आशावान है, क्योंकि बीता वर्ष महामारी के कारण पूरी पृथ्वी पर संकट भरा रहा. नये वर्ष में हर व्यक्ति को उत्साह एवं उल्लास के साथ नवीन शुभ संकल्प लेना चाहिए और नकारात्मक विचारों को त्याग कर सत्कर्म के मार्ग पर चलने का दृढ़ निश्चय करना चाहिए. नए साल की शुरुआत किस उपाय के साथ करें जिससे की पूरा वर्ष सुख-समृद्धि से भरा रहें. राशि के अनुसार वर्ष का प्रारम्भ प्लान करते हैं. अपनी राशि के अनुसार कुछ उपाय करें तो आने वाले वर्ष को मंगलमय बनाएं..
मेष- हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं व ग्यारह हनुमान चालीसा का लोगों में वितरण करें. प्रातःकाल कुत्तों को भोजन अवश्य कराएं. एक कंबल किसी आवश्यकता मंद को दान करें. पक्षियों के लिए बाजरा व जल छत पर अवश्य रखें. अपने इष्ट देव की उपासना करें व अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें .
वृष- गणेश जी को बूंदी के लड्डू अर्पित करें . तांबे के पात्र से जल में गुड़ मिलकर सूर्य को अर्घ्य दें . रोटी पर गुड़ रखकर गाय को खिलाएं. कुत्तों और मछलियों को भोजन कराएं. अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतें , धन का व्यय बढ़ सकता है अतः आर्थिक पक्ष के प्रति सचेत रहें .
मिथुन- कान्हा जी को प्रसाद चढ़ाएं. गाय को भोजन कराएं. चने की दाल व गुड़ ब्राह्मण को दान करें . पक्षियों को दाना अवश्य डालें .
कर्क- कुछ अनाज कम से कम सवा किलो जरूरतमंद को दान करें. 2022 की शुरुआत किसी को भोजन से तृप्त करके करना चाहिए. सरसों के तेल का परांठा कुत्ते को खिलाए . हनुमान चालीसा का पाठ करें .
सिंह- 2022 के प्रथम दिन सूर्य को जल अवश्य दें. लक्ष्मी नारायण को गुलाब के फूल अर्पित करें. गाय को हरा चारा खिलाएं . किसी ब्राह्मण को ऊनी वस्त्र दान करें.
कन्या- गणेश जी को बूंदी के लड्डू चढ़ाये. किसी गरीब कन्या को वस्त्र दान करें, वह वस्त्र हरे रंग के होतो और भी उत्तम रहेगा. गाय को गुड़ खिलाएं. मछलियों को भोजन कराएं.
तुला- नये वर्ष की शुरुआत सुगंध से करें, अच्छा परफ्यूम और इत्र लगाएं. अपने पुराने कपड़े किसी गरीब को दान करें. हनुमान चालीसा व संकट मोचन का पाठ करें. गाय को चना और गुड़ खिलाएं. छत पर पक्षियों को बाजरा डालें. इष्ट उपासना बिल्कुल न छोड़ें.
वृश्चिक- वर्ष की शुरुआत वृक्षारोपण करके करनी चाहिए. गाय को हरा चारा खिलाएं. तेल का परांठा कुत्ते को खिलाएं. किसी वृद्ध व्यक्ति को ऊनी वस्त्र दान करें. हनुमान जी को प्रसाद अवश्य चढ़ाएं.
धनु- गाय को गुड़ व चने की दाल खिलाएं . पालतू जानवरों को भोजन अवश्य कराएं. सवा किलो गुड़ किसी मंदिर में दान करें . सूर्य को जल अर्पित करें. चने की दाल जरूरतमंद को दान करें. नारायण भगवान को घी का दीपक अर्पित करें . विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें .
मकर- दिव्यांग लोगों की मदद करने का मौका हाथ से जाने न दें. समाज सेवा के कार्य में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें. पाठ-पूजा में हनुमान चालीसा का पाठ जोड़े और संभव हो तो शनिवार और मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें.
कुम्भ- मंदिर में जल का पात्र दान करें. सूर्य नारायण को अर्घ्य दें. जरूरंद व्यक्ति को जूते-चप्पल देना चाहिए. परिवार के छोटे बच्चों को समय-समय पर उपहार देते रहें. श्री विष्णु जी की उपासना करें.
मीन- नारियल दुर्गा मां को अर्पित करें. हनुमान चालीसा, संकट मोचन का पाठ करें. जरूरतमंद स्त्री को क्षमतानुसार चावल का दान करें. शंकर जी को जल अर्पित करें, और जब भी समय मिले तो उनका श्रृंगार करना चाहिए.
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