Jyotish Vidya In Hindi: व्यापार में सफल होने का सपना सभी के मन में होता है. जो लोग व्यापार करते हैं वे कभी नहीं चाहते हैं कि उन्हें कोई नुकसान हो. व्यापार में हानि और लाभ की स्थिति बनी रहती है. लेकिन जब लगातार हानि होने लगे तो सावधान हो जाना चाहिए. क्योंकि ये अच्छा संकेत नहीं होता है.


व्यापार को खड़ा करने के लिए व्यक्ति वर्षों मेहनत करता है. परिश्रम करता है और एक एक पूंजी को जोड़ कर व्यापार करता है. ऐसे में जब नुकसान होने लगे तो व्यक्ति परेशान हो जाता है और तनाव में आ जाता है. जिसका असर परिवार और घर के सदस्यों पर भी दिखाई देने लगता है. इसलिए मेहनत, लगन और समर्पण के अलावा ग्रहों की चाल का भी ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि कभी कभी ग्रहों की अशुभता के कारण भी व्यापार में नुकसान की स्थिति बनने लगती है.


शनि और गुरु को मजबूत बनाएं
व्यापार में सफलता दिलाने में शनि और गुरु की विशेष भूमिका देखी गई. ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों ग्रहों के अलावा अन्य ग्रह भी व्यापार के कारक माने गए हैं लेकिन गुरु और शनि की विशेष भूमिका मानी गई है. ज्योतिष शास्त्र में शनि को लोहा, सोने-चांदी, कंस्ट्रक्शन वर्क, बिल्डिंग मटेरियल और कानून आदि का कारक माना गया है. शनि जब अशुभ होते हैं इन व्यापार और जॉब में दिक्कत प्रदान करते हैं. वहीं गुरु को शिक्षा, ज्ञान, उच्च पद, लाभ, समाज सेवा आदि का कारक माना गया है.


शनि का उपाय
शनि की अशुभता को दूर करने के लिए कर्मचारियों का अपमान न करें. निर्धन और असहाय लोगों की मदद करें. शनिवार के दिन शनि का दान करें. शमी का वृक्ष घर में लगाएं. भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करें. गलत कार्यों से दूर रहे हैं. लोगों की मदद करें.


गुरु का उपाय
गुरु को शुभ बनाने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें. एकादशी का व्रत रखें और पीले वस्तुओं का दान करें. गुरुजन और बुजूर्गों की सेवा करें उनका सम्मान करें. गुरुवार को पूजा के बाद केसर का तिलक लगाएं.


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