Karwa Chauth 2020 Pujan: पंचांग के अनुसार 4 नवंबर 2020 का दिन विशेष है. इस दिन करवा चौथ और संकष्टी चतुर्थी का व्रत है. करवा चौथ का व्रत जहां सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं वहीं संकष्टी चतुर्थी का व्रत जीवन में संकटों से मुक्ति दिलाता है.
करवा चौथ का व्रत पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. यह व्रत सुहागिन स्त्रियों को समर्पित है. वहीं संकष्टी चतुर्थी का दिन भगवान गणेश जी को समर्पित है.
इस दिन बन रहे हैं 4 राजयोग
4 नवंबर को पंचांग के अनुसार 4 राजयोग का निर्माण हो रहा है वहीं 6 शुभ योग भी बन रह हैं. इसलिए यह दिन विशेष है. इस दिन की जाने वाली पूजा और व्रत का विशेष पुण्य प्राप्त होता है. करवा चौथ की पूजा इस दिन विधि पूर्वक करनी चाहिए क्योंकि इस दिन कई योग बन रहे हैं. जानते हैं इस दिन बनने वाले योगों के बारे में
शंख राजयोग: ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत ही शुभ माना गया है. इस योग में विधि पूर्वक पूजा करने से भूमि, वाहन और नौकरी से संबंधित लाभ प्राप्त होता है.
दिर्घायु योग: यह योग व्यक्ति को दीर्घायु बनाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली का 8 वां स्थान आयु का होता है और अष्टम से अष्टम होने से तीसरा स्थान भी आयु का ही माना जाता है.
हंस योग: यह योग व्यक्ति में सही निर्णय लेने की योग्यता में बढोतरी करता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु और मीन राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह को माना गया है. वहीं कर्क राशि में बृहस्पति ग्रह उच्च का होता है. वृहस्पति ग्रह को ज्ञान का कारक भी माना गया है. इस कारण व्यक्ति ज्ञानी होता है.
गजकेसरी योग: ज्योतिष शास्त्र में इस ग्रह को शुभ राजयोगों में स्थान दिया गया है. इस योग के कारण व्यक्ति विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करता है. यह योग चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह के कारण बनता है.
करवा चौथ: पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस दिन अमृत और सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है. करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त 4 नवंबर की शाम 05 बजकर 29 मिनट से आरंभ होगा. जो शाम 06 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. चंद्रोदय शाम 7 बजकर 55 मनिट पर होगा.
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