किसी यात्रा पर जाना हमारे जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है. हम कई कारणों से यात्रा करते हैं. हर बार यात्रा का मकसद अलग-अलग हो सकता है. कई बार हम घूमने के लिए सफर पर जाते हैं तो कई बार नौकरी या बिजनेस के लिए. लेकिन जब भी हम घर से निकलते हैं यह कामना करते हैं कि हमारी यात्रा सुखद और मंगलकारी हो.


ज्योतिष व वास्तुशास्त्र में यात्रा को सफल बनाने के बारे में बहुत सी बातों को बताया गया है. किसी भी ट्रिप को सफल बनाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है.




  • यात्रा पर जाते समय कोई भी नकारात्मक शब्द न बोलें. सफर पर जब भी निकले अपने इष्टदेव को याद करें. गायत्री मंत्र का जाप करें.

  • यदि आप यात्रा पर निकल रहे हैं तो किसी नदी, आग, हवा, देवी-देवता, बड़े बुजुर्ग, माता-पिता या स्त्री का मजाक न उड़ाएं और न ही अपशब्द कहें.

  • हमेशा याद रखें कि जब यात्रा पर जाएं तो अपना सीधा पैर सबसे पहले घर से बाहर निकालें.

  • अगर आप किसी जरूरी काम से कहीं जा रहे हैं तो किसी गरीब को रोटी देनी चाहिए.


क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र




  • सोमवार और शनिवार के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए. इसे शुभ नहीं माना गया है

  • सोमवार और गुरुवार को आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) की यात्रा नहीं करनी चाहिए.

  • बुधवार और शनिवार के दिन ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) की यात्रा नहीं करनी चाहिए.

  • रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा व नैऋृत्व कोण की यात्रा नहीं करनी चाहिए. इससे हानि होती है.

  • मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्र करने से बचना चाहिए. इससे शारीरिक व मानसिक कष्ट होते है.

  • गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए. यह बहुत अशुभ माना गया है.

  • रविवार को यदि पश्चिम दिशा की यात्रा करनी हो, तो-घर से दलिया और घी खाकर निकले.

  • सोमवार के दिन पूर्व दिशा की यात्रा करनी पड़े, तो घर से दर्पण देखकर निकलना चाहिए.


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