दीपक शुभता का प्रतीक है. यह सकारत्मकता और जीवन का भी प्रतीक है. हिंदू धर्म में दीपक को बहुत अधिक महत्व दिया गया है. हर हिंदू घर में प्रति दिन पूजा घर में दीपक जलाने का रिवाज है. दिवाली का पर्व ही दीपों को समर्पित है. दीपक प्रत्येक घर में जलता है लेकिन यह जानकारी कम ही लोगों है कि दीपक की लौ की दिशा बहुत महत्वपूर्ण होती है. वास्तु शास्त्र में भी दीपक की लौ की दिशा का महत्व बताया गया है. हम आपको बता रहे हैं कि अलग-अलग दिशा में दीपक लौ अलग-अलग प्रभाव डालती है.




  • दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से लंबी आयु मिलती है

  • पश्चिम दिशा की ओर दीपक की लौ अच्छा प्रभावा पैदा नहीं करती है. इस दिशा में लौ होने से दु:ख बढ़ता है

  • उत्तर दिशा की ओर दीपक की लौ रखना बहुत कल्याणकारी होता है. माना जाता है कि इससे धन संपदा मिलती है

  • दीपक की लौ दक्षिण दिशा की ओर रखने से हानि होती है.


किस देवता के लिए कौन सा दीपक जलाना चाहिए




  • आटे का दीपक किसी भी प्रकार की साधना या सिद्धि के लिए प्रयोग किया जा सकता है. पूजा के लिए यह सर्वोत्तम माना जाता है.

  • सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए भी सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं.

  • राहु और केतु ग्रहों की दशा को शांत करने के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए.

  • हनुमानजी की पूजा करने के लिए तीन कोनों वाला दीपक जलाना चाहिए.

  • रोजाना तीन बत्तियों वाला घी का दीपक जलाने से भगवान गणेश की विशेष कृपा मिलती है.

  • मां लक्ष्मी की कृपा पाने कि लिए उनके समक्ष सात मुख वाला दीपक जलाना चाहिए. दीपावली पर तो सात मुख वाला दीपक जरूर जलाना चाहिए.

  • भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इनके समक्ष रोजाना सोलह बत्तियों का दीपक जलाना चाहिए.


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