Job Astrology: जॉब ऑपर्च्युनिटी सीमित होती जा रही हैं. ऐसे में युवा अच्छी सैलरी और जॉब सिक्योरिटी चाहते हैं. यही कारण है कि बीते कुछ सालों में डेटा एक्सपर्ट की मांग हर सेक्टर में तेजी से बढ़ी है, और ये मांग हर दिन बढ़ती ही जा रही है. इन क्षेत्रों में डेटा एक्सपर्ट (Data Analytics and Data Science) की मांग सबसे अधिक है-
- हेल्थकेयर (Healthcare)
- फाइनेंस (Finance)
- रिटेल (Retail)
- टेक्नोलॉजी (Technology)
- मीडिया (Media)
आज देश के टॉप कॉलेज इस विषय को वरियता दे रहे हैं. भारत में इस विषय की पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों की पहली पसंद ये संस्थान हैं-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), खड़गपुर, मुंबई, दिल्ली.
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (IISc).
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद, कोलकाता, और बेंगलुरु.
- इंस्टिट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी,हैदराबाद (IIIT).
- बिट्स पिलानी.
ज्योतिष के माध्यम से करियर का पता लगाया जा सकता है. बदलते दौर में ज्योतिष के प्रति लोगों को विश्वास अधिक बढ़ा है, आज बच्चे के जन्म लेते ही कुंडली में मौजूद ग्रहों के आधार पर बच्चे की रुचि का पता लगाया जा सकता है. जागरुक अभिभावक रुचि को ध्यान में रखते हुए बच्चे की शिक्षा कराते हैं जो आगे चलकर करियर में अहम रोल निभाती है.
ज्योतिष शास्त्र में केतु ग्रह को रिसर्च का कारक माना गया है. केतु पाप ग्रह है, लेकिन ये मायावी ग्रह भी है. इस तिलिस्मी ग्रह के शुभ अशुभ दोनों ही तरह के फल जीवन में देखने को मिलते हैं. केतु कुंडली के अलग-अलग भाव में अलग-अलग परिणाम प्रदान करता है. वहीं देखने में आया है कि केतु अगर कुंडली (Kundali) के खाना नंबर 3,9 और 12 में हो तो डेटा से जुड़ी रिसर्च में अहम भूमिका निभाता है.
कुंडली (Kundli) का तीसरे भाव में केतु (Ketu) नीच का माना जाता है कि लेकिन डेटा से जुडे़ कामों के लिए यहां का केतु काफी लाभकारी माना गया है. इस भाव में केतु होने से मीडिया आदि के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलती है. कह सकते हैं कि जिन लोगों का
केतु तीसरे भाव में जिनका होता है, वे मीडिया सेक्टर में डेटा एनालिटिक्स के कार्य से विशेष सफलता प्राप्त करते हैं. वहीं जिन लोगों का केतु 9 और 12 भाव में होता है वे टेक्नोलॉजी, एडमिनिस्ट्रेशन, गवर्मेंट, कॉर्पोरेट सेक्टर में अधिक सफलता प्राप्त करते हैं. वहीं ऐसे लोगों विदेशों में भी विशेष सफलता हासिल करते हैं. ये भी देखा गया है कि कुंडली में केतु प्रभावशाली हो तो ऐसा व्यक्ति जन्म स्थान से दूर तरक्की प्राप्त करता है, साथ जीवन में एक या दोबार उसे स्थान परिवर्तन भी करना पड़ता है.
केतु का प्रभाव
केतु (Ketu) व्यक्ति को चीजों को बारीकी से समझने के शक्ति प्रदान करता है. यही कारण कि ऐसे लोग अच्छे रिसर्चर होते हैं. ये किसी भी चीज की तह तक जाने की असीम क्षमता रखते हैं. बुध ग्रह कुंडली में मजबूत हो तो ऐसे व्यक्ति गणित और सांख्यिकी (Statistics) विषय के अच्छे जानकार होते हैं.
केतु का उपाय (Ketu Upay)
- केतु को शुभ बनाने के लिए गणेश जी (Ganesh Ji) की पूजा करें.
- बृहस्पतिवार के दिन पीली चोजों का दान करें.
- जो लोग विद्वान हैं उनका सम्मान करें.
- ऐसे लोगों का झूठ बोलने से बचना चाहिए.
- नशा नहीं करना चाहिए.
- चरित्र से मजबूत होना चाहिए.
- अधिक बोलने से बचना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए.
- ससुराल पक्ष के लोगों से संबंध ठीक रखने चाहिए.
केतु का मंत्र (Ketu Mantra)
ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:
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