Astrology: ग्रहों को जानें और अपने रिश्तें को सुधारें, जानें कौन-सा ग्रह किस रिश्ते से जुड़ा है
Astrology: हमारे रिश्ते हमारे ग्रहों से जुड़े हैं. आइये एस्ट्रोलॉजर पंडित सुरेश श्रीमाली जी से जानते हैं कैसे ग्रहों का प्रभाव हमारे रिश्तों पर पड़ता है.
Astrology: ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभाव की वजह से हमें सफलता-असफलता मिलती है. घर-परिवार में पिता, पुत्र, माता और भाई-बहनों के साथ हमारे रिश्ते कैसे हैं. यह भी ग्रहों की स्थिति तय करती है. सूर्य पिता, चंद्रमा माता के कारक है, मंगल भाई-बहनों के और इसी प्रकार अन्य ग्रहों का भी संबंध हमारे किसी न किसी रिश्ते से जुड़ा होता है.
ग्रहों की बात करें तो ग्रहों के मुखिया सूर्यदेव हैं. अगर कोई अपने पिता का सम्मान नहीं करता, उनके साथ रिश्ते खराब कर लेता है, तो वह अपने सूर्य को कमजोर करता है. ऐसे में कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजजूत रखने के लिए रोजाना सूर्यदेव को अर्घ्य दें और पिता का सम्मान दें.
माँ के साथ दुर्व्यवहार करने से आपका चंद्रमा कमजोर हो सकता है, चंद्रमा की दशा को सुधारने के लिए माँ का सम्मान करें और उन्हें खुश रखें. साथ ही पूर्णिमा व्रत करें.
मंगल की वजह से आपके रिश्ते ससुराल वालों के साथ चाचा, चाची, ताऊ और दूसरे रिश्तेदारों से अच्छे या बुरे होते हैं. यदि मंगल मजबूत रहते हैं तो ये संबंध भी खुशहाल बने रहते हैं. मंगल को मजबूत बनाने के लिए हनुमानजी की आराधना करें.
बुध ग्रह भाई-बहन, मामा, मामी, नाना-नानी और विरोधियों से भी रिश्ते बन-बिगड़ सकते हैं. ऐसे में हर बुधवार को गणेशजी की पूजा करने से इन के साथ संबंध अच्छे होंगे.
दादा-दादी और पूर्वजों का संबंध देवगुरु बृहस्पति से है. इसलिए दादा दादी और बुजुर्गों का सम्मान करें, उन्हें समय-समय पर कपड़े मिठाई उपहार में दें.
शुक्र आपके रिश्ते अपने जीवनसाथी और दोस्तों के साथ बेहतर बनाते है. शुक्र को मजबूत करने के लिए हर शुक्रवार लक्ष्मी-नारायण की पूजा करें.
शनि पिता, सास-ससुर, बेटे-बेटियों और दोस्तों के साथ रिश्ते अच्छे बना सकते है.शनिवार को काली चीजों का दान करें.
केतु का संबंध नाना के लिए है तो राहु का संबंध दादा के साथ ससुराल पक्ष के लोगों के साथ भी जुड़ा है. उनसे बेहतर रिश्ते आपको जीवन में आकस्मिक लाभ और तरक्की के मौके देते हैं.
अगर आप चाहते हैं ऑफिस में सब अच्छा रहे, लोग आपकी प्रशंसा करें तो आपको शनि, राहु और केतु इन तीनों ही ग्रहों को प्रसन्न रखें. ऑफिस में सहयोगियों को महिने-दो महिने में मिठाई जरूर खिलाएं.
ये भी पढ़ें
लक्ष्य को पाना है तो हमेशा याद रखें ये 3 बातें, कभी नहीं होंगे असफल
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.