Kuber Worship Method: हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी को धन की देवी और भगवान कुबेर को धन का देवता माना जाता है. कुबेर भगवान शंकर भगवान के द्वारपाल भी कहे जाते हैं. वैसे तो धन की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है मगर साथ में कुबेर देवता की भी पूजा करने से धन की कभी भी कमी नहीं होती और सुख समृद्धि बनी रहती है. आइए जानते हैं इस सावन कुबेर जी की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने के उपाय के बारे में जिससे सुख, चैन और धन की कभी कमी नहीं होगी.
कुबेर की दिशा
घर के उत्तर पूर्व दिशा को साफ करके गंगाजल से शुद्ध करें. इसके बाद चमेली के तेल, एक मोमबत्ती जलाकर कुबेर देवता का सुमिरण करते हुए उनकी अराधना करें और मनोकामना मांगे.
कुबेर मंत्र का जाप
सुबह स्नान के बाद मोतियों की माला से 'ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नमः' इस मंत्र का 108 बार जाप करें. सुबह और शाम दोनों समय इस मंत्र का जाप करने से कुबेर देवता प्रसन्न होते हैं.
कुबेर यंत्र की पूजा
चांदी या पंचोला या किसी भी अन्य शुद्ध धातु पे कुबेर जी को अंकित करवा लें या मार्केट से ऐसा बना बनाया ले आएं और रोजाना आस्था से पूजा करें. अबकी सावन में ऐसा करने से धन की कमी तो नहीं ही होगी साथ ही दुर्भाग्य भी दूर होंगे.
कुबेर जी की पूजा त्रयोदशी के दिन करें
यूं तो पूरे मन से की गई पूजा का कभी भी लाभ मिल सकता है पर चंद्र मास के 13वें दिन उठकर स्नान करके पवित्र हो जाएं उसके बाद इसके बाद पूजा स्थल को साफ करके कुबेर यंत्र को सामने रखें. फिर इस यंत्र पर पीले चावल, सिंदूर और हल्दी चढ़ाएं. इसके बाद हाथ में फूल लेकर संकल्प लें. संकल्प के बाद कुबेर की पूजा कर कुबेर मंत्र का जाप करें. कुबेर मंत्र का एक माला जाप जरूर करें. ऐसा करने से धन के देवता कुबेर जल्द प्रसन्न होते हैं और धन से जुड़ी हर समस्या का निदान होता है.
ये भी पढ़ें - Raksha Bandhan 2023: इस साल रक्षा बंधन कब? जानें सही डेट और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त